[ad_1]
मुजफ्फरनगर में मतदान की धीमी रफ्तार।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
प्रथम चरण के तहत यूपी में आठ सीटों पर हुए लोकसभा चुनाव में मत प्रतिशत में काफी गिरावट आई है। क्षत्रिय बाहुल्य बूथों पर विरोध का असर साफ देखा गया। कई बूथों पर तो पूरी तरह सन्नाटा छाया रहा। इससे इतर भी लोगों ने पिछले चुनावों की अपेक्षा उदासीनता दिखाई। हैरत की बात यह है कि राजनीतिक दलों के अलंबरदार अपने बूथों पर मत प्रतिशत नहीं बढ़वा सके। इन जुदा हालात में चुनावी गणित गड़बड़ा गया है। सभी दलों के रणनीतिज्ञों के मस्तक से पसीना टपक रहा है। चुनाव डेस्क की रिपोर्ट…
पहले चरण के चुनाव में मतदान प्रतिशत कम रहने से सियासी दिग्गजों के समीकरण उलझ गए हैं। मुजफ्फरनगर लोकसभा में जनप्रतिनिधि के बूथों पर भी औसत मतदान ही नजर आया। केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान के बूथ पर सबसे ज्यादा और कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल के बूथ पर सबसे कम मतदान हुआ।
[ad_2]
Source link