[ad_1]
नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार रूस के नए बिजनेस सेंटर का उद्घाटन हुआ. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के बीच दिल्ली में रूसी बिजनेस सेंटर के खुलने का मुख्य मकसद दोनों देशों के बीच व्यापार को आगे बढ़ाना है. भारत और रूस ने साल 2030 तक व्यापार को 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. दिल्ली में रूस के नए बिजनेस सेंटर से इस लक्ष्य को पाने में मदद मिलेगी.
दिल्ली में रूसी बिजनेस सेंटर के उद्घाटन के मौके पर रूस के बड़े अधिकारियों के अलावा रूस में भारतीय मूल के विधायक अभय कुमार सिंह भी मौजूद थे. रूस के अधिकारियों ने भारत और रूस के बीच नए बिजनेस सेंटर से व्यापार में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई है.
पुतिन की पार्टी में मौजूद एकमात्र भारतीय मूल के विधायक अभय कुमार सिंह ने इस दौरान पश्चिमी देशों पर निशाना साधा और भारत की तारीफ की. इस दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध पर उन्होंने पश्चिमी देशों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हर समस्या का समाधान बातचीत से नहीं हो सकता, जैसे लद्दाख और पीओके का नहीं हो सकता!
‘भारत और रूस का व्यापार बहुत आगे जाएगा’
अभय कुमार सिंह ने News18 इंडिया से खास बातचीत में कहा कि रूसी बिजनेस सेंटर के खुलने से भारत और रूस का व्यापार बहुत आगे जाएगा. आगे दूसरे कदम भी उठाए जाएंगे.’ उन्होंने कहा, ‘रूस के ऊपर पश्चिमी देशों ने 5000 से ज्यादा प्रतिबंध लगाए हैं, कुछ भारतीय कंपनी भी इनमें है. लेकिन इतने प्रतिबंधों के बावजूद भारत और रूस की अर्थव्यवस्था स्थिर है और आगे बढ़ रही है.
अभय कुमार सिंह ने इसके साथ ही कहा, ‘जिन देशों ने रूस के ऊपर प्रतिबंध लगाए उनकी अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है. इंग्लैंड की हालत खराब है. फ्रांस की हालत कमजोर है. जर्मनी की स्थिति कमजोर है.’ वह कहते हैं कि सिर्फ आर्थिक ही नहीं, बल्कि राजनीतिक स्थिति भी इन देशों की कमजोरी है. उन्होंने कहा, ‘ब्रिटेन में ऋषि सुनक चले गए, जिन्होंने यूक्रेन युद्ध को सपोर्ट किया था, जर्मनी में ओलाफ शोल्ज की पार्टी अल्पमत में आ गई. मैक्रो भी फ्रांस में कमजोर हुए. अमेरिका में बाइडन की सरकार चली गई.
‘भारत रूस का मित्र देश’
रूसी विधायक ने कहा, ‘भारत का बहुत अच्छा फैसला था, युद्ध का समर्थन नहीं किया. रूस का अपना एक स्टैंड है. भारत रूस का मित्र देश है. ऐसे में भारत कोई भी बयान देता है या प्रधानमंत्री मोदी बयान देते हैं तो रूस इस बयान को महत्वपूर्ण तौर पर देखता है.’
मूल रूप से बिहार से ताल्लुक रखने वाले पुतिन के विधायक सिंह कहते हैं. ‘रूस के युद्ध खत्म करने में भारत की भूमिका हो सकती है. मैं खुद भगवान बुद्ध की धरती से हूं (बिहार). हम हमेशा शांति चाहते है. शांति से बढ़िया हल तो कोई हो ही नहीं सकता.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘जब किसी समस्या का समाधान बैठकर नहीं होता है, तभी युद्ध की शुरुआत होती है. बातचीत और कूटनीति से युद्ध का समाधान हो, प्रधानमंत्री मोदी के संदेश को बहुत अच्छे तरीके से लिया जाता है. लेकिन हर समय बातचीत से समाधान नहीं होता. जैसे आप लद्दाख को बातचीत से समाधान नहीं कर सकते, पीओके पर भी बात नहीं कर सकते, कुछ समय मजबूरन हथियार उठाना पड़ता है.’
पटना के अभय कैसे बने रूस के विधायक
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पार्टी के इकलौते हिन्दू विधायक अभय कुमार सिंह मूल रूप से बिहार के पटना के रहने वाले हैं. 1990 के दशक में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए वह रूस चले गए थे और फिर वहां की नागरिकता ले ली. वहां अभय ने व्लादीमिर पुतिन की ‘यूनाइटेड रशा’ पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज करने के साथ रूसी राज्य कुर्स्क की सरकार में डेप्यूतात बन गए हैं. वहां डेप्यूतात का वही मतलब है, जो भारत में विधायक या एमएलए का है.
Tags: India russia, Russia News, Vladimir Putin
FIRST PUBLISHED : November 12, 2024, 19:50 IST
[ad_2]
Source link