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विरोध स्वरुप रामधुन में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स मौजूद रहें।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पहले फीस जमा न करने पर दुर्गा पूजा से रोकने का नोटिस दिया गया, और अब सुंदरकांड में जाने को लेकर विवाद सामने आया है।
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हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं का आरोप है कि वॉर्डन अनिता तिलवानी ने उन्हें सुंदरकांड पढ़ने और मंदिर जाने से रोका। इतना ही नहीं, वॉर्डन ने छात्राओं से माफीनामा भी लिखवाया। छात्राओं के अनुसार, वॉर्डन ने कहा कि यदि उन्हें मंदिर जाना है, तो पहले विश्वविद्यालय प्रशासन से इजाजत लेनी होगी। इस मुद्दे को लेकर ABVP ने विश्वविद्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
ABVP ने किया विरोध प्रदर्शन
इस विवाद को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। ABVP के छात्र विश्वविद्यालय के मेन गेट पर एकत्रित हुए और रामधुन का आयोजन कर प्रशासन से इस मुद्दे पर सद्बुद्धि की अपील की।
ABVP के अध्यक्ष दिवाकर शुक्ला ने बताया कि छात्राओं को मंदिर जाने और धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने से रोकने की यह कार्रवाई निंदनीय है और इसके खिलाफ उनका विरोध जारी रहेगा। यह प्रदर्शन विश्वविद्यालय के मेन गेट पर एकत्रित हुए और रामधुन का आयोजन किया। कई हिंदू संगठनों ने मामले पर चिंता जाहिर की।
विश्वविघालय में एबीवीपी ने किया रामधुन का आयोजन।
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एक बार फिर से बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में एक आदेश फिर से चर्चाओं में है, इस बार आदेश हॉस्टल के छात्रों के लिए है। जिसमें कहा गया है कि छात्रों ने अगर समय पर फीस नहीं भरी तो जवाहर छात्रावास दुर्गा उत्सव की भी अनुमति नहीं दी जाएगी। इससे पहले गुरुवार को भी छात्रों का विश्वविद्यालय प्रबंधन ने भगत सिंह जयंती मनाने को विवाद हो चुका है।
इस बारे में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के चीफ वार्डन प्रोफेसर हेमंत खंडई का कहना है कि बच्चे वहां पर अवैध तरीके से रह रहे हैं ना तो वह रजिस्ट्रेशन करते हैं और ना ही कभी फीस भरते हैं हमने यह आदेश उन्हें भय दिखाने के लिए चस्पा किया है। पूजा हमेशा होती है और होती रहेगी, दुर्गा उत्सव भी मनाया जाएगा। पढ़ें पूरी खबर
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