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जयपुर में रविवार को तहफ्फुज औकाफ कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है। वक्फ के संबंधित जन जागृति लाने के लिए कार्यक्रम रखा गया। इसमें इत्तेहादे ए मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष ने मौलाना तौकीर रजा ने कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा- आज की हुकूमत तो सबसे ज्य
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मैं तमाम मुसलमान से कहना चाहता हूं। एक साथ आओ दिल्ली का घेराव करते हैं। पार्लियामेंट शुरू होने जा रही है। 24 तारीख को हमारा दिल्ली में प्रोग्राम होने जा रहा है। अगर आप तमाम लोग जिम्मेदारी के साथ इस कार्यक्रम को तवज्जो देंगे। हमें अपनी ताकत दिखानी है। अपनी बात मनवानी है।
उन्होंने कहा- दिल्ली तक तुम्हें आना है। यदि दिल्ली तक तुम आते हो तो मैं तुम्हें विश्वास दिलाता हूं, इसी पार्लियामेंट के सेशन में इन बेइमान बदमाशों ने जो गुस्ताखी की है। इनकी गिरफ्तारी इसी पार्लियामेंट के सेशन में होगी। इसके खिलाफ बिल भी पास कराया जाएगा। कानून बनाया जाएगा की रहनुमा के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाई जा सकती।
उन्होंने आगे कहा- मुसलमानों को तकलीफ पहुंचाओ, मुसलमानों की लिंचिंग करवाओ, रसूल की शान में गुस्ताखी कर दो बहुत वायरल होता है। बहुत लाइक मिलते हैं। बेईमान सरकार उन्हें बचाती है। उन्हें गिरफ्तार नहीं करती। मैं आप तमाम लोगों से दरखास्त करता हूं इसके खिलाफ कानून बनवाओं।
इत्तेहादे ए मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा।
वक्फ कानून पर बोले
मौलाना तौकीर रजा ने कहा- किसी के बाप की ताकत नहीं है कि हमारी जायदादों पर कब्जा कर ले। मैं कहता हूं तुम आओ 24 तारीख को बात होगी। दिखाया जाएगा आज हम तिरंगा लेकर आए हैं। कानून अपने हाथ में नहीं लिया है। कानून के दायरे में आए हैं। हमारी मांगे नहीं मानी गई तो तो 15 दिन के बाद फिर आएंगे। उस दिन फिर तुम्हारी जिम्मेदारी होगी। हम अपने तरीके से आएंगे। हमारी तादाद छुपाते हो जिस दिन हम सड़कों पर आएंगे तुम्हारी रूह कांप जाएगी।
उन्होंने कहा- हम स्ट्रगलर हैं, अपने मजहब के लिए। अपने मुल्क के लिए जद्दोजहत करते हैं। हमारे नौजवान बुजदिल नहीं है। हमारे लोगों ने अपने नौजवानों को कंट्रोल करके रखा है। जिस दिन यह नौजवान हमारे कंट्रोल से बाहर हो गए तो तुम्हारे बस की बात नहीं है। इनको कब्जे में कर सको।
मौलाना तौक़ीर रज़ा बोले- मोबाइल अपनी कमसिन बच्चियों को मत दो। यह ऐसा शैतान है जो कानों से घुसता है और दिल में जगह बना लेता है।
मोबाइल वो शैतान जो कानों से घुसता है, दिल में जगह बना लेता है
उन्होंने कहा- मेरी बहुत सी बातों पर लोगों ने तवज्जो नहीं दी। बहुत सी बातें ऐसी हुई, जो मैंने पहले ही कहीं। मैंने कहा था मोबाइल अपनी बच्चियों को मत दो। यह ऐसा शैतान है। जो कानों से घुसता है। दिल में जगह बना लेता है। मोबाइल जिस बच्ची के पास है। वह हमारे सामने है, लेकिन किस हद में है। हमें नहीं पता। उस वक्त इंटरनेट भी इतना आम नहीं हुआ था। तब से मैं चिल्ला रहा हूं, लेकिन मेरी बात को तवज्जों नहीं दी गई। नतीजा सबकी जड़ में मोबाइल है।
उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा- हमारे साथ जो न इंसाफी हो रही है। बेईमानियां हो रही है। अभी भी उसके फैसला आपके सामने आए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने जो बुलडोजर चलाएं। बुलडोजर चलाने वालों को 25-25 लाख मुआवजा देने के लिए पाबंद किया गया है। 30 दिन के अंदर नहीं दिया तो कार्रवाई की जाएगी। तुम्हारी सरकार को बर्खास्त किया जाएगा।
बिल्डिंग ने कोई जुर्म नहीं किया। तू अपने देश की बिल्डिंग पर बुलडोजर चला रहा है। अपने देश का दुश्मन है। हमारा दुश्मन बाद में है। हमारे देश का दुश्मन है, इसलिए हमारा दुश्मन है। यह फैसला अप्रैल में आया है। मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हवाले से यह फैसला आया।
उन्होंने कहा- जब हमने ऐलान किया। इन लोगों को यह खौफ हुआ। यदि हम इंटरनेशनल कोर्ट गए तो हमारे तमाम फैसलों की छिछालेदर हो जाएगी। हमारी बदनामी हो जाएगी। हम अपने मुल्क से मोहब्बत करते हैं। मुल्क की बदनामी हम नहीं चाहते। मुल्क की बिल्डिंगों को नुकसान पहुंचा रहे हो। मुल्क के हिंदुस्तानियों को नुकसान पहुंचा रहे हो। मुसलमान से दुश्मनी नहीं कर रहे हो, तुम अपने मुल्क से दुश्मनी कर रहे हो। इसलिए हम मजबूर थे कोर्ट ऑफ़ जस्टिस जाने के लिए। सुप्रीम कोर्ट को एहसास हो गया। यदि यह कोर्ट ऑफ जस्टिस चले गए तो कितने हमने जो बेईमानी के फैसले किए है। सभी पर बात की जाएगी।
सैयद सरवर चिश्ती बोले- 65 का हो गया हूं, उम्र यदि मेरा साथ देती तो मैं तकरीर थोड़ी ना कर रहा होता फिर उन्हें इशारों में कहा कि फिल इन द ब्लैंक्स।
अजमेर दरगाह के सैयद सरवर चिश्ती बोले- 65 का हो गया हूं, उम्र यदि मेरा साथ देती तो मैं तकरीर थोड़ी न कर रहा होता
अजमेर में अंजुमन कमेटी के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने कहा- सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है जोर कितना बाजूए कातिल में है। तुम एक ईंट तो हिला कर दिखाओ औकाफ की। यदि हम सड़कों पर न आ जाए तो हमसे बोलना। न हम बटेंगे न हम कटेंगे। एक जन को 20 जने कूट लो तो कर सकते हो, बाकी तो नहीं।
उन्होंने कहा- 65 साल का हो गया हूं। उम्र यदि मेरा साथ देती तो मैं तकरीर थोड़ी न कर रहा होता।
हेट स्पीच पर चिश्ती बोले
उन्होंने अपने बयानों के मामले का जिक्र करते हुए कहा- एटीएस ने इन्वेस्टिगेशन किया। मीडिया ट्रायल हुई। मैं हेट स्पीच देता हूं। उनको मोदी की हेट स्पीच नजर नहीं आती। जो हमसे यह कह रहे हैं कि हमें अपनी वेशभूषा से पहचानों। ऐसी बात कभी किसी प्रधानमंत्री ने की। उनके लिए कोई हेट स्पीच नहीं। हमारा कोई शायर कुछ कहे तो उसको जेल में बिठा देते हैं।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा- मोहब्बत की दुकान ऑनलाइन चल रही है। नेटवर्क नहीं आ रहा। कनॉट प्लेस और चांदनी चौक में दुकान खोलो। किसी नेटवर्क की जरूरत नहीं आएगी।
यहां देखें फोटोज
वक्फ बिल के विरोध में मुस्लिम समाज के लोगों ने दिखाई तख्तियां।
तलफ़्फ़ुज़ ए औक़ाफ़ कॉन्फ्रेंस में मुस्लिम समाज की महिलाएं भी मौजूद रही, इन्हें मंच के पीछे बैठाया गया जहां इनके लिए एलईडी स्क्रीन लगाई गई।
वक्फ बिल के विरोध में जयपुर में हुए तलफ़्फ़ुज़ ए औक़ाफ़ कॉन्फ्रेंस में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग पहुंचे।
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