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Lebanon Pager Blast: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार (10 नवंबर) को स्वीकार किया है कि उन्होंने हिजबुल्लाह पर पेजर हमलों को मंजूरी दी थी. नेतन्याहू ने कहा कि यह कार्रवाई सुरक्षा उद्देश्यों को देखते हुए की गई थी. हालांकि उन्होंने इस पूरे मामले पर ज्यादा जानकारी नहीं दी.17 सितंबर को हुए पेजर हमलों में लगभग 40 लोग मारे गए थे और 3,000 ईरान समर्थित हिजबुल्लाह मेंबर घायल हुए थे.
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के प्रवक्ता ओमर दोस्तरी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, “नेतन्याहू ने रविवार को माना की उन्होंने लेबनान में पेजर ऑपरेशन को हरी झंडी दी थी.”17 सितंबर को लगातार दो दिनों तक हिजबुल्लाह के ठिकानो में हजारों पेजर फटे – जिसके लिए ईरान और हिजबुल्लाह ने इजरायल को दोषी ठहराया था. पेजर का इस्तेमाल हिजबुल्ला के सदस्य आपस में बातचीत करने के लिए करते थे, साथ ही इजरायली लोकेशन-ट्रैकिंग से बचने के लिए भी किया था.
पेजर धमाकों में मारे गए थे 40 लोग
लेबनान में पेजर धमाकों में करीब 40 लोग मारे गए थे और तीन हजार से ज्यादा घायल हुए थे. यह हमले इस्राइल की लेबनान में जारी सैन्य कार्रवाई से पहले हुए थे. इन पेजर हमलों
के बाद कुछ समय तक तो हिजबुल्लाह को समझ ही नहीं आया कि क्या हो रहा है.बाद में हिजबुल्लाह ने बयान जारी करते हुए इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था और बदला लेने की बात कही थी.
पेजर को मोसाद ने किया था हैक
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली हमलों से बचने के लिए हिजबुल्लाह के नेता नसरल्लाह ने अपने संगठन के नेताओं को मोबाइल इस्तेमाल न करने की सलाह दी थी, लेकिन उनको अंदाजा नहीं था कि उनके दुश्मन इजरायल के पास मोसाद जैसी खुफिया एजेंसी है. पेजर को भी मोसाद ने हैक कर लिया और इसमें विस्फोट कर दिया गया. इस सप्ताह के शुरुआत में लेबनान ने इस हमले को लेकर यूनाइटेड नेशन्स लेबर एजेंसी में शिकायत दर्ज कराई थी और इसे “मानवता के विरुद्ध भीषण युद्ध” बताया था.
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