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जिलें के रामगढ़ प्रखंड के प्रसिद्ध लखनपुर काली मेला के अंतिम दिन शनिवार की शाम धारदार तलवार से मारकर लखनपुर गांव के एक युवक नितेश कुमार मंडल की हत्या कर दी गई। वहीं गांव का ही आनंद कुमार पंडित बुरी तरह घायल हो गया। आनंद को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। लखनपुर समेत आसपास के आक्रोशित ग्रामीणों ने हत्यारे को पकड़ने के लिए शाम 7:30 बजे शव को बाजार में रखकर सड़क जाम कर दिया।
जानकारी के अनुसार नितेश का लखनपुर काली मेला में पंचरस लगाने को लेकर पातोबांध के युवकों से कुछ विवाद हुआ था। जिसके बाद लखनपुर गांव के नितेश की हत्या कर दी गई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लखनपुर काली मेला में जिस जगह पर प्रतिवर्ष पंचारस का आयोजन किया जाता है उस जगह पर पहले से लखनपुर गांव के युवकों ने साइकिल स्टैंड खोल दिया था जिसके कारण पंचरस नहीं लग पाया। इसी बात को लेकर पाटन बांध के युवकों के बीच आक्रोश था। मेला समापन के दौरान शनिवार की संध्या लगभग चार बजे पातोबांध और लखनपुर गांव के युवकों के बीच मेला परिसर में ही विवाद हो गया। पातोबांध गांव के युवकों ने तलवार से नितेश पंडितकी छाती पर प्रहार कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बीच-बचाव करने आए आनंद कुमार पंडित को भी युवकों ने धारदार हथियार से तीन जगह प्रहार कर दिया। उसके पीठ, पेट और सिर पर गंभीर जख्म हो गया। नितेश के पिता का निधन भी कुछ वर्ष पहले सड़क दुर्घटना में हो गया था। उसका ननिहाल भी रामगढ़ प्रखंड के डांड़ो गांव में है। वह अपने घर का इकलौता चिराग था। घटना के बाद नितेश की मां समेत अन्य स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
24 अगस्त 2020 को भी मेले के दौरान हुई थी दो की हत्या वर्ष 2020 में मनसा काली मेला के दौरान पंचायत भवन के पास भी दो लोगों की हत्या चाकू घोंप कर की गई थी। आज तक हत्यारा का पता नहीं चल पाया। 24 अगस्त 2020 को लखनपुर गांव में मनसा मेला लगा था। लखनपुर पंचायत भवन के पास अज्ञात अपराधियों ने रात में इसी पंचायत के रानीडीह गांव के 80 वर्षीय सोनालाल सोरेन एवं पातोबांध गांव के 60 वर्षीय दसमत मुर्मू की चाकू घोंप कर हत्या कर दी थी। इस हत्या के चार साल बीत जाने के बाद भी रामगढ़ थाना पुलिस अभी तक इन दोनों के हत्यारे का पता नहीं लगा सकी।
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