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नई दिल्ली42 मिनट पहले
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मारुति सुजुकी डिजायर का फोर्थ जनरेशन मॉडल 11 नवंबर को भारत में लॉन्च किया जाएगा।
मारुति सुजुकी की अपकमिंग सेडान डिजायर को ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में 5-स्टार रेटिंग मिली है। एजेंसी ने शुक्रवार (8 नवंबर) को क्रैश टेस्ट के रिजल्ट जारी किए। GNCAP के अनुसार, डिजायर को एडल्ट के लिए 34 में से 31.24 और चाइल्ड सेफ्टी के लिए 49 में से 39.20 पॉइंट मिले हैं।
यह मारुति की पहली कार है, जिसे किसी भी क्रैश टेस्ट एजेंसी से एडल्ट के लिए 5 स्टार और चाइल्ड सेफ्टी के लिए 4 स्टार रेटिंग मिली है। इससे पहले मारुति की ब्रेजा को सबसे ज्यादा 4 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली थी। वहीं, थर्ड जनरेशन डिजायर को क्रैश टेस्ट में सिर्फ 2 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली थी।
कंपनी अपनी सबसे ज्यादा बिकने वाली सेडान का फोर्थ जनरेशन मॉडल 11 नवंबर को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। मारुति सुजुकी इंडिया ने हाल ही में भारतीय बाजार में नई डिजायर सेडान को रिवील किया था। इसके बाद कंपनी ने खुद ही इसे ग्लोबल NCAP में क्रैश टेस्ट के लिए भेजा था।
ग्लोबल एनकैप में फोर्थ जनरेशन मारुति डिजायर का फ्रंटल इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।
ग्लोबल एनकैप में फोर्थ जनरेशन मारुति डिजायर का साइड इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।
ग्लोबल एनकैप में फोर्थ जनरेशन मारुति डिजायर का साइड पोल इम्पैक्ट क्रैश टेस्ट।
मारुति डिजायर : एडल्ट ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन क्रैश टेस्ट
- फ्रंटल इंपैक्ट टेस्ट – 64kmph की स्पीड में हुए फ्रंटल इंपैक्ट टेस्ट में डिजायर को 16 में से 13.23 अंक मिले। इसमें ड्राइवर की छाती की प्रोटेक्शन को ‘मार्जिनल’ करार दिया गया, जबकि पैसेंजर की छाती का प्रोटेक्शन ‘पर्याप्त’ बताया गया है। वहीं, ड्राइवर और पैसेंजर के घुटने और सिर की प्रोटेक्शन को ‘अच्छा’ बताया है, जबकि जांघ के प्रोटेक्शन को ‘पर्याप्त’ करार दिया गया है। इसका फुटवेल एरिया और बॉडीशेल इंटीग्रिटी ‘स्थिर’ बताई गई है।
- साइड इम्पेक्ट टेस्ट – सेडान का 50kmph की स्पीड से साइड इंपैक्ट टेस्ट किया गया, जिसमें इसे 16 में से 16 अंक मिले। इस टेस्ट में सिर, छाती, पेट और पेल्विस के हिस्से को ‘अच्छा’ प्रोटेक्शन मिला।
- साइड पोल इम्पेक्ट टेस्ट – इस टेस्ट में ड्राइवर के सिर, पेट और कूल्हों की सेफ्टी को अच्छा पाया गया। वहीं, छाती की सेफ्टी को मार्जिनल बताय गया। इन तीनों टेस्ट की परफॉर्मेंस के बेस पर मारुति डिजायर को एडल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 34 में से 31.24 पॉइन्ट मिले, जो 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग के लिए काफी है।
मारुति डिजायर : चाइल्ड ऑक्युपेंट प्रोटेक्शन क्रैश टेस्ट
- फ्रंटल इम्पेक्ट टेस्ट – इस टेस्ट के दौरान 3 साल के बच्चे की डमी को आगे की तरफ चेहरा करके बैठाया गया, जिसमें सिर और गर्दन के हिस्से को पूरा प्रोटेक्शन मिला, लेकिन आगे से हुए टेस्ट में गर्दन के हिस्से को सीमित प्रोटेक्शन मिला। क्रैश टेस्ट के दौरान 18 महीने के बच्चे की डमी को सीट पर पीछे की तरफ चेहरा करके इंस्टॉल किया गया था, जिसमें सिर के हिस्से को पूरा प्रोटेक्शन मिला।
- साइड इम्पेक्ट टेस्ट – इस टेस्ट में दोनों डमी के चाइल्ड रेस्ट्रेन्ट सिस्टम ने पूरा प्रोटेक्शन दिया। डिजायर को चाइल्ड प्रोटेक्शन कैटेगरी में 49 में से 39.20 पॉइन्ट्स मिले जो इस कैटेगरी में 4 स्टार क्रैश टेस्ट रेटिंग लाने के लिए काफी हैं।
क्रैश टेस्ट की प्रोसेस
1. टेस्ट के लिए इंसान जैसी 4 से 5 डमी को कार में बैठाया जाता है। बैक सीट पर बच्चे की डमी होती है, जो चाइल्ड ISOFIX एंकर सीट पर फिक्स की जाती है।
2. गाड़ी को फिक्स्ड स्पीड पर ऑफसेट डिफॉर्मेबल बैरियर (हार्ड ऑब्जेक्ट) से टकराकर देखा जाता है कि गाड़ी और डमी को कितना नुकसान पहुंचा है। ये तीन तरीके से किया जाता है।
- फ्रंटल इम्पैक्ट टेस्ट में कार को 64 kmph की रफ्तार पर बैरियर से टकराया जाता है।
- साइड इम्पैक्ट टेस्ट में गाड़ी को 50 kmph की स्पीड पर बैरियर से टकराया जाता है।
- पोल साइड इम्पैक्ट टेस्ट में कार को फिक्स स्पीड पर पोल से टकराकर देखा जाएगा। पहले दो टेस्ट में कार के 3 स्टार रेटिंग हासिल करने पर तीसरा टेस्ट किया जाता है।
3. टेस्ट में देखा जाता है कि इम्पैक्ट के बाद डमी कितनी डैमेज हुई, एयरबैग और सेफ्टी फीचर्स ने काम किया या नहीं। इन सभी के आधार पर रेटिंग दी जाती है।
क्रैश टेस्ट की स्कोरिंग
एडल्ट प्रोटेक्शन | चाइल्ड प्रोटेक्शन | ||
स्टार रेटिंग |
स्कोर |
स्टार रेटिंग |
स्कोर |
5 स्टार |
27 |
5 स्टार |
41 |
4 स्टार |
22 |
4 स्टार |
35 |
3 स्टार |
16 |
3 स्टार |
27 |
2 स्टार |
10 |
2 स्टार |
18 |
1 स्टार |
4 |
1 स्टार |
9 |
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