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6 से 10 नवम्बर तक आयोजित कथा के लिए तैयार पांडाल
आध्यात्मिक गुरु पंडित धीरेंद्र शास्त्री आज से भीलवाड़ा में 5 दिवसीय हनुमंत कथा करेंगे। कथा 6 से 10 नवंबर तक होगी, 8 नवंबर को दिव्य दरबार लगेगा। पं. धीरेंद्र शास्त्री बुधवार सुबह 10 बजे चार्टर प्लेन से हमीरगढ़ हवाई पट्टी पहुंचेंगे। वहां से कार से आयोजन
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बागेश्वर धाम (छतरपुर, मध्यप्रदेश) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री सोशल मीडिया के जरिए युवाओं के लिए खास आकर्षण बन चुके हैं। ऐसे में उनका क्रेज हर आयु-वर्ग के अनुयायी पर दिखता है।
हनुमंत कथा देशभर से श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। इसके लिए भीलवाड़ा में खास व्यवस्थाएं की गई हैं। कथा का आयोजन हनुमान टेकरी मंदिर आश्रम की ओर से किया जा रहा है।
मंदिर महंत बनवारी शरण (काठिया बाबा) ने बताया- कथा का आयोजन रोजाना दोपहर 1 से शाम 5 बजे तक होगा।
कथा के लिए 1 लाख 75 हजार वर्ग फीट का विशाल वाटर प्रूफ डोम बनाया है। सामने भव्य मंच है। डोम में एक साथ एक लाख भक्त बैठ सकते हैं। पंडाल में 40 बड़ी एलईडी स्क्रीन भी लगाई हैं।
जानिए, इस खास पंडाल की विशेषताएं
10 हजार भक्तों के ठहरने-भोजन की व्यवस्था
हनुमान टेकरी मंदिर महंत बनवारी शरण ने बताया- हम रोजाना 10 हजार भक्तों के लिए भोजन और ठहरने की व्यवस्था कर रहे हैं। हनुमान टेकरी मंदिर में भोजन बनेगा।
श्रद्धालु पंडाल में ही रात्रि विश्राम कर सकेंगे। वहीं पेयजल की व्यवस्था होगी। भोजन के लिए उन्हें हनुमान टेकरी मंदिर आश्रम (कथा स्थल से 500 मीटर दूर) आना होगा। भोजन के लिए टोकन व्यवस्था नहीं है। स्नान आदि की व्यवस्था भी मंदिर के पास ही होगी।
इस आयोजन में राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से भक्तों के बड़ी संख्या में पहुंचने की उम्मीद है।
कथा स्थल पर ऐसे कर सकेंगे एंट्री..
डोम में बैठने के लिए अलग-अलग खंड की व्यवस्था
महंत बनवारी शरण ने बताया- विशाल डोम में बैठने की व्यवस्था 7 खंड में बांटी गई है। एक खंड संतों, प्रशासनिक अधिकारियों व प्रेस वालों के लिए होगा। सोफे पर वीवीआईपी और गद्देदार कुर्सियों पर वीआईपी बैठेंगे।
इसके अलावा राम-खंड, लक्ष्मण-खंड, भरत-खंड व शत्रुघ्न-खंड में पुरुष भक्त बैठेंगे। वहीं रानी दुर्गावती-खंड, अहिल्या बाई होल्कर-खंड, जानकी-खंड व लक्ष्मीबाई-खंड में महिला श्रद्धालु बैठेंगी।
इन खंडों में कुछ कुर्सियां रहेंगी। बाकी भक्त और श्रद्धालु जमीन पर बिछे गद्दों पर बैठेंगे।
1000 पुलिसकर्मी तैनात, ड्रोन से होगी निगरानी
जिला कलेक्टर नामित मेहता ने बताया- आयोजन बड़ा है, काफी भीड़ होने की संभाना है। ऐसे में प्रशासनिक व्यवस्था भी रहेगी। टीमें लगातार मॉनिटरिंग करेंगी।
एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया- आयोजन को लेकर कानून व्यवस्था सख्त रहेगी। कथा-स्थल और महत्वपूर्ण पॉइंट पर 1000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। आईपीएस से लेकर एएसआई स्तर तक के 50 से ज्यादा अधिकारी और 950 पुलिसकर्मी आयोजन स्थल और इसके आसपास एरिया में तैनात रहेंगे।
उदयपुर रेंज और आसपास के जिलों से करीब 400 पुलिसकर्मी बुलाए गए हैं।
पुलिस लगाातर गश्त करेगी। ड्रोन और सीसीटीवी से पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जाएगी। फायर ब्रिगेड व एंबुलेंस की व्यवस्था कथा-स्थल पर ही रहेगी। यहां किसी तरह की भगदड़ या अप्रिय घटना की गुंजाइश नहीं है। चारों तरफ से खुला एरिया है और आने-जाने के लिए 6 एंट्री पॉइंट हैं।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के अस्थाई आवास से कथा स्थल तक आने वाले रास्ते पर पुलिस जाप्ता रहेगा।
पांच दिन तक भक्तों के लिए भोजन की फ्री व्यवस्था रहेगी…
VVIP होंगे कथा में शामिल
कथा समिति की ओर से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी व डॉ. प्रेमचंद बैरवा, चित्तौड़गढ़ सांसद एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी आदि को आमंत्रित किया गया है।
आयोजन में भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल, विधायक अशोक कोठारी एवं नगर निगम महापौर राकेश पाठक अतिथि के तौर पर शामिल होंगे।
धीरेंद्र शास्त्री के दिव्य दरबार का श्रद्धालुओं को विशेष इंतजार रहेगा…
ऐसे पहुंचें आयोजन स्थल
अगर आप ट्रेन से भीलवाड़ा पहुंच रहे हैं तो भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन उतरें। यहां से कथा स्थल साढ़े 3 किमी की दूरी पर है। आयोजन स्थल के लिए ऑटो या ट्रैक्सी उपलब्ध हो जाएंगी।
अगर आप बस से पहुंच रहे हैं तो भीलवाड़ा बस स्टैंड उतरें। यहां से कथा स्थल साढ़े 4 किमी दूर है। यहां से भी ऑटो या टैक्सी से कुमुद विहार (कथा स्थल) पहुंचा जा सकता है।
अगर आप वायुमार्ग से भीलवाड़ा पहुंचना चाहते हैं तो नजदीकी एयरपोर्ट डबोक (उदयपुर) है। जहां से भीलवाड़ा की दूरी 170 किमी है। उदयपुर से टैक्सी से तीन से चार घंटे में भीलवाड़ा पहुंचा जा सकता है।
सोमवार को भव्य कलश यात्रा निकली
कथा आयोजन से पहले मंगलवार को विशाल कलश यात्रा निकाली गई। भीलवाड़ा में दादीधाम से कथा स्थल तक 1008 महिलाएं कलश लेकर निकलीं। इस दौरान शोभायात्रा पर लोगों ने फूल बरसाए।
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