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डिजिटल अरेस्ट
– फोटो : सोशल मीडिया
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साइबर ठगों ने बिठूर के रूद्रग्रीन अपार्टमेंट निवासी मीना चावला को डिजिटल स्मगलिंग का आरोपी बता डिजिटल अरेस्ट कर 90 लाख रुपये ठग लिए। ठगी की शिकार पीड़िता ने रविवार को साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। मीना ने बताया कि बीती 17 मई से 19 मई के बीच उनके मोबाइल पर स्काइप एप के जरिए 15 अलग अलग नंबरों से कॉल आई।
कॉल करने वाले शख्स ने खुद को दिल्ली साइबर क्राइम का अधिकारी बताते हुए धमकी दी कि उनका स्मलिंग केस में नाम आया है। इसकी जांच ईडी द्वारा की जा रही है। झांसे में लेने के लिए शख्स ने उनके व्हाट्सएप पर एक कोर्ट केस का शमन भी भेजा। इस दौरान जालसाजों ने उन्हें एक ही स्थान पर बैठे रहने को कहा। फिर उन्हें इस मामले में बचाने के एवज में तीन दिन के भीतर 90 लाख रुपये वसूल लिए। ठगी की शिकार पीड़िता ने भारत सरकार की साइबर फ्राड कंप्लेेंट वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कराने के साथ ही साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
कोई भी सुरक्षा एजेंसी किसी को भी डिजिटल अरेस्ट नहीं करती। एजेंसियां पूछताछ करने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करती हैं। लोगों से अपील है कि इस तरह से किसी भी कॉल के बहकावे में अपनी मेहनत की कमाई ठगों को न दें। – अशीष श्रीवास्तव, डीसीपी क्राइम
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