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रांची की पुलिस मंगलवार की रात उस समय हलकान रही, जब साहिबगंज के एक युवक के अपहरण की सूचना मिली। हालांकि, पुलिस की टीम लोकेशन निकाल देर रात अपहरणकर्ताओं के अड्डे पर पहुंच गई। लेकिन, अड्डे पर जो मामला सामने आया वो चौकाने वाला था। मौके से साइबर अपराधियों का एक गिरोह ही पकड़ा गया। जिस युवक के अपहरण की सूचना मिली थी, वह भी साइबर अपराधियों का साथी ही निकला।
पुलिस की टीम ने अगवा युवक समेत आधा दर्जन साइबर अपराधियों को अड्डे से गिरफ्तार किया। 20 कारतूस के अलावा करीब एक दर्जन मोबाइल फोन भी बरामद किया है। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि साहेबगंज से एक व्यक्ति ने फोनकर अपने भांजे आदर्श मंडल के अपहरण होने की जानकारी दी। बताया कि उसके भांजे को रांची के लालपुर इलाके से कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया है और फिरौती के 15 लाख रुपये मांग रहे हैं।
सूचना के बाद सिटी डीएसपी केवी रमण और लालपुर थानेदार रूपेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने टेक्निकल सेल से मिले इनपुट के आधार पर अपहृत आदर्श को पीएन बोस कंपाउंड स्थित एक घर से बरामद कर लिया। एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में आदर्श मंडल ने अपहरण नहीं होने की बात स्वीकारी है। उसने पुलिस को बताया कि मामा से पैसे वसूलने के लिए साजिश रची थी।
एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि पुलिस की टीम जब अपहरणकर्ताओं के अड्डे पर पहुची तो वहां आदर्श मंडल उन्हीं लोगों के साथ शराब पी रहा था, जिन पर उसने अपहरण करने का आरोप लगाया था। जांच में यह बात सामने आई कि आदर्श ने शराब के नशे में अपहरण की कहानी रची थी।
कुख्यात गोप भी धराया
गिरफ्तार अपराधियों में साहेबगंज का आदर्श मंडल, कचहरी रोड निवासी शशांक उर्फ विक्की वर्मा, गुमला के परमेश्वर गोप, जामताड़ा के कार्तिक धीबर और अरगोड़ा के अनिल प्रसाद और गुमला का गुड्डू कुमार शामिल है। परमेश्वर गोप एक बड़ा अपराधी है, उसके ऊपर 32 कांड दर्ज हैं।
ठगी की जांच शुरू
एसएसपी ने बताया की गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि पूरा गिरोह साइबर ठगी का काम किया करता था। अपराधियों के मोबाइल से ठगी के लिए किए गए ट्रांजेक्शन के सबूत भी मिले हैं। एसएसपी ने बताया कि गिरोह के तार राजस्थान से भी जुड़े हुए हैं। इस मामले में अभी भी कई खुलासे होने बाकी हैं।
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