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राजधानी से 13 किमी दूर आलमी तब्लीगी इज्तिमा का आयोजन करीब 500 एकड़ के दायरे में होगा। चार दिनी इज्तिमा की इब्तिदा 29 नवंबर से होगी। यहां देश-दुनिया की करीब 30 हजार जमातें शिरकत करेगी। जमातों की सुविधा के लिए 20 हजार किलो मीटर लंबी पानी की पाइप लाइन बि
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इज्तिमा आयोजन समिति के आव्हान पर 400-500 अकीदतमंद बंदे आयोजन को अंतिम रूप देने को रोजाना यहां पहुंच कर श्रमदान कर रहे हैं। आयोजन स्थल पर रोड रोलर से समतलीकरण का अधिकांश काम हो गया है। कुछ नमी वाले स्थानों को भी सुधारा जा रहा है। उच्च क्षमता की अलग-अलग आकार की पानी की बड़ी टंकियां यहां पहुंच गई है तो क्षेत्र में वाटर सप्लाई के लिए लाइन बिछाने का काम अंतिम दौर में है। इस काम में पीएचई के इंजीनियर और अन्य कर्मी सहयोग कर रहे हैं।
हजारों जमातें आएंगी आरिफ गौहर लाला ने बताया कि चार दिनी इस आयोजन में देश-दुनिया की हजारों जमातों समेत ख्यातलब्ध उलेमा भी भाग लेंगे। पूर्व की तरह इस बार भी पार्किंग एवं ट्रैफिक को सुव्यवस्थित करने के लिए यातायात पुलिस के साथ हज़ारों वालेंटियर्स सड़कों पर मोर्चा संभालेंगे। दुकानें लगेगी: इज्तिमागाह में पूर्व की तरह सिर्फ टोपी, रुमाल, मिस्वाक, तस्बीह और किताबों की दुकानें लगेगी। निजी अस्पतालों के कुछ डॉक्टरों ने स्वैच्छिक रूप से अपनी सेवाएं देने की मंशा जताई है। उनकी सेवाएं लेंगे। एलोपैथी, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सक मौजूद रहेंगे।
पॉलीथिन का उपयोग बैन, 24 घंटे वॉलन्टियर्स काम करेंगे आयोजन समिति के प्रवक्ता आरिफ गौहर लाला ने बताया कि इस बार आयोजन में जमातों की संख्या बढ़ सकती है। इसको देखकर तैयारियां की जा रही है। पूर्व की तुलना में इस बार भी आयोजन स्थल पर पॉलीथिन का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। पानी के पाउच का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं होगी। इस बार भी साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसके लिए भी वालेंटियर्स को प्रशिक्षित कर रहे हैं। पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से आयोजन स्थल जीरो वेस्ट करने की कोशिश है। इसके लिए चौबीस घंटे वॉलन्टियर्स काम करेंगे।
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