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Delhi Mausam: वायु प्रदूषण से बिगड़ते हालात के बीच दिल्ली को पश्चिमी विक्षोभ से कुछ राहत मिल सकती है। हालांकि इसकी कितनी संभावना है। इस बारे में क्या है मौसम विज्ञानी महेश पलावत का अनुमान…
दिल्ली में वायु प्रदूषण से हालात बिगड़ते ही जा रहे हैं। दिल्ली में बुधवार को दिन के अधिकांश समय धुंध की चादर छाई रही। इस बीच दिल्ली में अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो पहाड़ी इलाकों में बिना बर्फबारी या पश्चिमी विक्षोभ के राष्ट्रीय राजधानी में तापमान में कमी आने की संभावना नहीं है। इसकी कितनी संभावना है जानें इस बारे में क्या कहते हैं स्काईमेट वेदर के मौसम विज्ञानी महेश पलावत…
मानक वेधशाला सफदरजंग में दिन का अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा है। न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो तीन डिग्री ज्यादा है। अक्टूबर महीने में अब तक दिल्ली का दिन का अधिकतम तापमान 35 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया है।
मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में अब सुबह के समय हल्की धुंध दिखाई देगी। हालांकि दिन के समय आसमान साफ रहने का अनुमान है। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में सुबह तेज धूप रही। इसके चलते तापमान में इजाफा दर्ज किया गया। IMD के मुताबिक, गुरुवार को अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। फिलहाल दिल्ली एनसीआर के तापमान में गिरावट की उम्मीद नहीं है।
मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर के मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने कहा कि दिल्ली में बादल या किसी पश्चिमी विक्षोभ के नहीं होने से तापमान में गिरावट नहीं दर्ज की जा रही है। जब तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे क्षेत्रों में कोई मजबूत पश्चिमी विक्षोभ या बर्फबारी नहीं होती, तब तक तापमान स्थिर रहेगा। हालांकि उन्होंने 25 या 26 अक्टूबर के आसपास कुछ पश्चिमी विक्षोभ की संभावना जताई। इस वेदर सिस्टम के चलते ऊपरी इलाकों में बारिश या बर्फबारी हो सकती है। इससे पहले तापमान में बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है।
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