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जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी में मंगलवार शाम को बवाल हो गया। जामिया यूनिवर्सिटी के कुछ छात्र विश्वविद्यालय परिसर में ही दीवाली मना रहे थे। आरोप है कि कुछ लोगों ने दीये और रंगोली हटा दिए।
जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी में मंगलवार शाम को बवाल हो गया। जामिया यूनिवर्सिटी के कुछ छात्र विश्वविद्यालय परिसर में ही दीवाली मना रहे थे। इस अवसर पर रंगोली और दीपोत्सव का कार्यक्रम रखा गया था, लेकिन उसी समय बाहर से आए कुछ लोगों ने दीवाली मनाने का विरोध किया गया।
आरोप है कि बाहर से आए लोगों ने गाड़ी चढ़ाकर दीवाली के दीये तोड़ दिए और रंगोली को खराब कर दिया। आरोप है कि इस दौरान कुछ लोग फिलिस्तीन जिंदाबाद के नारे भी लगा रहे थे। यह हंगामा करीब आधा घंटा तक चला और इस दौरान दोनों पक्षों के लोगों के बीच जमकर मारपीट हुई। इसका एक वीडियो देर रात सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी के एक छात्र ने बताया कि यूनिवर्सिटी दीवाली के अवकाश के लिए बंद हो रही थी। छात्रों के जाने से पहले उन लोगों ने दीवाली मनाने का फैसला किया था। इसी क्रम में परिसर में दीवाली मनाई जा रही थी, लेकिन इसी बीच जामिया में पढ़ने वाले कुछ छात्र बाहरी लोगों के साथ आए और वहां हंगामा खड़ा कर दिया।
छात्रों का आरोप है कि बाहर से आए छात्रों ने एक वर्ग विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की और जमकर नारेबाजी और हंगामा किया। मामला बिगड़ते देख स्थानीय पुलिस को भी इसकी जानकारी दी गई। पुलिस ने कार्रवाई की और विवादित लोगों को घटनास्थल से दूर हटाया। दिवाली कार्य्रम में हुए इस गतिरोध से छात्रों में गहरी नाराजगी है। घटना को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस पर चुप्पी साध ली है।
शांतिपूर्ण चल रहा था कार्यक्रम एबीवीपी के एक पदाधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम शांतिपूर्ण चल रहा था। इसे एबीवीपी के राष्ट्रीय कला मंच द्वारा आयोजित किया गया था। दीप जलाए गए थे, लेकिन कुछ लोगों ने आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया। इसके बाद एक तरफ वंदे मातरम और दूसरी तरफ से धार्मिक नारे लगने शुरू हो गए। उसके बाद कुछ छात्रों के बीच हाथापाई भी हुई।
छात्र संगठन ने पोस्टर जारी कर सवाल उठाए
जामिया में हुई मारपीट के मामले में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने एक पोस्टर जारी किया है जिसमें उन्होंने जामिया प्रशासन पर सवाल उठाया है। पोस्टर में लिखा है कि इस तरह की घटनाएं कैंपस का ध्रुवीकरण कर रही हैं। इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार है। ऐसे मामलों को गंभीरता से लेना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
पुलिस का दावा- अभी शिकायत नहीं मिली
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त रवि कुमार ने कहा कि मामले में किसी भी पक्ष की ओर से देर रात तक कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। विश्वविद्यालय परिसर के अंदर का मामला है, जिसे जल्द ही शांत कराया दिया गया था। पुलिस अपने स्तर पर जांच कर रही है।
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