[ad_1]
झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को एक बार फिर झटका लगा है। भाजपा के दो और पूर्व विधायक लुईस मरांडी और कुणाल सारंगी झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए। दो दिन पहले ही तीन बार के भाजपा विधायक केदार हाजरा और आजसू के उमाकांत रजक के झामुमो में शामिल हो गए थे।
झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को एक बार फिर झटका लगा है। भाजपा के दो और पूर्व विधायक लुईस मरांडी और कुणाल सारंगी सोमवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए। अभी दो दिन पहले ही तीन बार के भाजपा विधायक केदार हाजरा और आजसू पार्टी के उमाकांत रजक के झामुमो में शामिल हो गए थे।
भाजपा के पूर्व प्रवक्ता और बहरागोड़ा के पूर्व विधायक सारंगी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ”हम आज झामुमो में शामिल हो गए।” भाजपा के पूर्व विधायक लुईस मरांडी ने 2014 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दुमका से 5,262 वोटों के अंतर से हराया था।
2019 में सोरेन ने इस सीट से 13,188 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। हालांकि, उन्होंने सीट खाली कर दी और बरहेट निर्वाचन क्षेत्र बरकरार रखा। उनके भाई बसंत सोरेन ने उपचुनाव में पार्टी के गढ़ दुमका में लुईस मरांडी को 6,842 से अधिक मतों से हराया था।
झारखंड इकाई के प्रवक्ता के पद से हटने के करीब डेढ़ महीने बाद सारंगी ने जुलाई में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने पूर्वी सिंहभूम जिले में विभिन्न संगठनात्मक और लोगों से जुड़े मुद्दों का हवाला देते हुए भाजपा झारखंड इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को अपना इस्तीफा भेजा। सारंगी ने महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर करने के प्रयासों के बावजूद पार्टी नेतृत्व के उदासीन रवैये पर निराशा व्यक्त की।
[ad_2]
Source link