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भारत में प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एयर इंडिया की फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी दी है. उसने बाकायदा एक वीडियो जारी करके कहा है कि वह 1984 के सिख दंगों का बदला लेगा और इसके लिए वो एयर इंडिया के प्लेन में धमाके करेगा. अब कहने को तो ये एक आतंकी की गीदड़ भभकी हो सकती है. और यही है भी क्योंकि गुरपतवंत सिंह पन्नू धमकी दे या न दे, भारत की सुरक्षा एजेंसियां इस मसले पर चाक-चौबंद हैं. इतिहास की एक कहानी गुरपतवंत सिंह पन्नू की इस धमकी को थोड़ा गंभीरता से लेने का इशारा करती है, क्योंकि इतिहास में ऐसे ही खालिस्तानी आतंकियों के जरिए एयर इंडिया के प्लेन कनिष्क को निशाना बना दिया था, जिसमें हुए बम धमाके में 329 लोगों की मौत हो गई थी.
ऑपरेशन ब्लू स्टार में जनरैल सिंह भिंडरावाले के मारे जाने के बाद लगा कि भारत और खास तौर से पंजाब से खालिस्तान खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. भिंडरावाले की मौत और फिर इंदिरा गांधी की हत्या के बाद एक और खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा ने खालिस्तान की लड़ाई लड़नी शुरू कर दी. बब्बर खालसा ने कनाडा, जर्मनी, ब्रिटेन और भारत के कुछ हिस्सों से अलग खालिस्तान की मांग को बल देना शुरू किया. कनाडा में बब्बर खालसा का नेता एक खालिस्तानी आतंकी तलविंदर सिंह परमार था, जो भारत में पुलिसवालों की हत्या करके कनाडा फरार हो गया था. उसने ऐलान किया था कि अब खालिस्तान भारत के हवाई जहाजों को निशाना बनाना शुरू करेगा. इस ऐलान के करीब एक साल बाद खालिस्तानी आतंकियों ने एयर इंडिया के प्लेन कनिष्क को कनाडा में निशाना बनाया.
मांट्रियल-लंदन-दिल्ली-बॉम्बे के लिए चली एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या 182 कनिष्क को 23 जून 1985 को आयरलैंड में बम विस्फोट करके उड़ा दिया गया. इसमें सवार कुल 329 लोग मारे गए. इनमें 268 लोग कनाडा के थे, 27 ब्रिटिश थे और 24 भारतीय थे. इस ब्लास्ट को अंजाम दिया था खालिस्तानी आतंकी मंजीत सिंह ने. उसने 22 जून 1985 को ही अपना सामान वैंकूवर से टोरंटो वाली फ्लाइट में भिजवा दिया. 23 जून को टोरंटो से भारत जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या 182 कनिष्क में सामान शिफ्ट हुआ. वो फ्लाइट टोरंटो से लंदन होते हुए भारत जाने वाली थी, लेकिन फ्लाइट लंदन भी नहीं पहुंच पाई. उसमें ब्लास्ट हो गया था और फ्लाइट का मलबा अटलांटिक महासागर में गिर गया था. अमेरिका के 9/11 के धमाके से पहले ये आतंकी हमला एविएशन से जुड़ा दुनिया का सबसे बड़ा हमला था.
उसी दिन यानी कि 22 जून 1985 को ही जापान की राजधानी टोक्यो के नारिता एयरपोर्ट पर भी धमाका हुआ, जो एक लगेज बॉम्ब था और जिसे एयर इंडिया की ही फ्लाइट में रखा जाना था. इस बम धमाके में लगेज लेकर जा रहे दो लोगों की मौत हो गई थी. इन दोनों ही धमाकों के लिए जिम्मेदार था बब्बर खालसा, जो भारत के अलावा सबसे ज्यादा कनाडा में सक्रिय था. तो अब अमेरिका में रह रहे गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी तलविंदर परमार की तरह ही धमकी दी है कि वो एयर इंडिया की फ्लाइट्स में धमाके करेगा और इसलिए उसने कहा है कि लोग नवंबर से लेकर 19 नवंबर तक एयर इंडिया की फ्लाइट से यात्रा न करें.
ये कोई पहली बार नहीं है जब गुरपतवंत सिंह पन्नू ने धमकी दी है. पिछले साल भी 4 नवंबर 2023 को पन्नू ने एक वीडियो जारी करके एयर इंडिया की फ्लाइट्स को बम से उड़ाने की धमकी दी थी और कहा था कि 19 नवंबर को एयर इंडिया की फ्लाइट से यात्रा न करें. उसने 19 नवंबर 2023 को दिल्ली के इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बंद करवाने की भी धमकी दी थी, लेकिन उसकी धमकी महज गीदड़ भभकी ही रह गई. इस बार भी उसकी धमकी में कोई दम नहीं है, लेकिन इतिहास में हादसा हो चुका है तो सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं.
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