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आजसू पार्टी की ओर से उक्त 10 सीटों में से 09 सीटों के उम्मीदवारों के नाम लगभग तय कर लिए गए हैं। केवल एक सीट मनोहरपुर में उम्मीदवार के नाम पर पार्टी में मंथन चल रहा है।
एनडीए के प्रमुख घटक दल के रूप प में आजसू पार्टी को 181 में से 10 सीटें मिली हैं। आजसू पार्टी को मिली सीटों में सिल्ली, रामगढ़, मांडू, गोमिया, ईचागढ़, जुगसलाई, मनोहरपुर, लोहरदगा, डुमरी और पाकुड़ शामिल हैं। आजसू पार्टी की ओर से उक्त 10 सीटों में से 09 सीटों के उम्मीदवारों के नाम लगभग तय कर लिए गए हैं। केवल एक सीट मनोहरपुर में उम्मीदवार के नाम पर पार्टी में मंथन चल रहा है।
मनोहरपुर से प्रत्याशी बनाने के लिए तीन लोगों बिरसा मुंडा, डॉ रीना गॉडसरे, दिलवर खाखा के नामों पर अभी पार्टी में मंथन चल रहा है। बीते विधानसभा चुनाव में बिरसा मुडा मनोहरपुर से आजसू पार्टी के प्रत्याशी थे। वह 11.13 प्रतिशत वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे। मनोहरपुर से प्रत्याशी का नाम जल्द ही फाइनल कर लिया जाएगा। उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम निर्णय पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया जाएगा। एक-दो दिन में आजसू पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक करेगी, जिसमें उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगने के बाद घोषणा की जाएगी।
मजबूत सीटें छोड़ने पर पार्टी में असंतोष
आजसू पार्टी को एनडीए के तहत जो सीटें मिली हैं, उसे लेकर पार्टी के अंदर नाराजगी भी देखने को मिल रही है। पार्टी की मजबूत पकड़ वाली तमाड़, चंदनकियारी, बड़कागांव, हुसैनाबाद, टुंडी, हटिया जैसी सीटें छोड़कर पाकुड़, मनोहरपुर, लोहरदगा, डुमरी जैसी सीटें लेने को लेकर आक्रोश है। पार्टी के अंदर इस गठबंधन से उमकान्त रजक (शुक्रवार को पार्टी से त्यागपत्र), गुंजल एकीर मुंडा, कुशवाहा शिवपूजन मेहता, भरत कांशी साहू, सतीष महतो जैसे लोगों की कुर्बानी को लेकर असंतोष व्याप्त है। पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो इसे संतुलित करने में लगे हैं।
बता दें कि बीते चुनाव में आजसू पार्टी एनडीए में शामिल नहीं थी। तमाड़ से विकास मुंडा ने आजसू पार्टी छोड़ झामुमो के टिकट पर चुनाव जीता था, इसके बावजूद आजसू पार्टी से रामदुर्लभ सिंह मुंडा दूसरे स्थान पर थे। वहीं पार्टी छोड़ चुके उमाकांत रजक चंदनकियारी और रोशनलाल चौधरी बड़कागांव से दूसरे नंबर पर थे। पिछले चुनाव में आजसू पार्टी के प्रत्याशी उमाकांत रजक के शुक्रवार को झामुमो में शामिल होने के बाद शनिवार को पार्टी के
केंद्रीय सचिव खिजरी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रह चुके पारसनाथ उरांव ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसे लेकर उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सुदेश महतों को पत्र भेजकर निष्ठा से मुक्त करने का अनुरोध किया है।
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