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Yahya Sinwar Killed: इजरायल-हमास जंग में अंत की शुरुआत हो गई है. इजरायल ने हमास से 7 अक्टूबर का बदला ले लिया है. इजरायल ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के बाद अब हमास नेता याह्या सिनवार को मार गिराया है. गाजा के लादेन के नाम से कुख्यात याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि हो गई है. हालांकि, इजरायल ने उसे टारगेट करके नहीं मारा है. बल्कि वह तो तुक्के यानी इत्तेफाक से मर गया. इजरायल ने गुरुवार को दावा किया कि गाजा में एक सैन्य अभियान में हमास नेता याह्या सिनवार मारा गया. दावा यह भी किया गया कि वो इस मिशन का असली निशाना नहीं था. इजरायली सेना को इस बात की जरा भी जानकारी नहीं थी कि वो जिस इमारत में सैन्य अभियान चला रहे हैं, याह्या सिनवार उसमें मौजूद है.
जानिए सिनवार के खात्मे की इनसाइड स्टोरी
द टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सैनिकों ने बुधवार को चलाए गए इस अभियान के दौरान देखा कि फिलिस्तीनी समूह के कई लड़ाके एक इमारत में दाखिल हुए. इसके इजरायली सैनिकों के कान खड़े हो गए. उन्होंने तुरंत उस इमारत पर हवाई हमला किया. इस बमबारी में इमारत का कुछ हिस्सा ढह गया. जब बाद में इजरायली सेना ने तफ्तीश की और शवों की पहचान की तो उनके होश उड़ गए. उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. क्योंकि उनका दुश्मन नंबर एक भी उन लाशों में था. इजरायल का कहना है कि 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमले का मास्टरमाइंड याह्या सिनवार दो अन्य लोगों के साथ मारा गया. 7 अक्टूरब के हमास हमले के बाद ही गाजा में जंग शुरू हुई थी. मारे गए अन्य दो लोगों की पहचान अभी तक उजागर नहीं की गई है.
इत्तेफाक से मरा याह्या सिनवार
वहीं, इजरायल के कान रेडियो ने बताया कि याह्या सिनवार खुफिया अभियान के तहत नहीं बल्कि इत्तेफाक से मारा गया. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, रेडियो स्टेशन ने यह भी कहा कि जिस जगह से शव मिले हैं, वहां से नकदी और फर्जी आईडी बरामद किए गए हैं. आईडीएफ यानी इजरायल डिफेंस फोर्सेस ने गुरुवार को घोषणा की कि याह्या सिनवार को उसके सैनिकों ने एक दिन पहले दक्षिणी गाजा में मार गिराया था. यहां दिलचस्प है कि याह्या सिनवार को मोसाद ने नहीं, बल्कि इजरायल के उन सैनिकों ने मारा है, जो पिछले काफी समय से गाजा में मौजूद हैं.
क्या बना मौत का कारण
आईडीएफ ने कहा, ‘आईडीएफ और आईएसए (शिन बेट आंतरिक सुरक्षा एजेंसी) द्वारा पिछले एक साल में और हाल के हफ्तों में जिस इलाके में उसे खत्म किया गया, वहां दर्जनों अभियान चलाए गए. इन अभियानों की वजह से याह्या सिनवार की आवाजाही प्रतिबंधित हो गई थी, क्योंकि इजरायली सैनिकों उसका पीछा कर रहे थे और यही उसकी मौत का कारण बना.’ एक साल पहले इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से ही याह्या सिनवार इजरायल की मोस्ट वांटेड लिस्ट में सबसे टॉप था. उसकी मौत से आतंकवादी संगठन को बहुत बड़ा झटका लगा है. हालांकि, हमास ने अभी तक उसकी मौत की पुष्टि नहीं की है.
मारा गया इजरायल का दुश्मन नंबर 1
याह्या सिनवार ने अगस्त में हमास के पूर्व चीफ इस्माइल हानिया की जगह ली थी. इस्माइल हानिया जुलाई में ईरान में एक विस्फोट में मारा गया था. ईरान और फिलिस्तीनी समूह दोनों ने इस घटना के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि, इजरायल ने हानिया की मौत पर कोई टिप्पणी नहीं की है. इजरायल ने सिनवार के खात्मे की घोषणा लेबनान में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की हत्या के कुछ हफ्ते बाद की है. लेबनान में इजरायली सेना सितंबर के अंत से संघर्ष में लगी हुई है. याह्या सिनवार की हत्या पर बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह जंग का अंत नहीं, बल्कि जंग के अंत की शुरुआत है.
Tags: Gaza Strip, Hamas attack on Israel, Israel
FIRST PUBLISHED : October 18, 2024, 05:47 IST
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