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सरकारी अस्पतालों की महिला कर्मचारियों की सुरक्षा की दिशा में मध्य प्रदेश के सागर में एक नया और अनूठा प्रयोग किया गया है, जिसके तहत यहां महिलाओं के लिए खास ‘पिंक अलार्म’ लगाए गए हैं। यह ‘गुलाबी अलार्म’ शहर के जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में लगाए गए हैं। अस्पताल में किसी महिला को खतरा महसूस होने पर जब वो इस अलार्म के बटन को दबाएगी तो सायरन बज उठेगा।
इस बारे में जानकारी देते हुए राज्य जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अलार्म सिस्टम जिला कलेक्टर संदीप माकिन की पहल थी और दतिया का सरकारी अस्पताल राज्य का पहला सरकारी अस्पताल है, जहां यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि इन अलार्म को लगाने का उद्देश्य यह है कि अस्पताल में किसी महिला को खतरा महसूस होने पर जब वो इस अलार्म के बटन को दबाएगी तो जोर से सायरन बज उठेगा।
अधिकारी ने बताया कि अलार्म दबाने पर सायरन बजेगा और पांच मिनट के भीतर सुरक्षाकर्मी मुसीबत में फंसे व्यक्ति तक पहुंच जाएंगे। सिविल सर्जन और अस्पताल अधीक्षक डॉ. केसी राठौर ने बताया कि प्रसूति वार्ड, ट्रॉमा सेंटर और न्यू ओपीडी ब्लॉक की तीनों मंजिलों पर स्टाफ ड्यूटी रूम में यह अलार्म लगाए गए हैं।
इन अलार्म के पास लगे पोस्टर पर लिखा गया है, ‘कोई भी महिला अस्पताल परिसर में यौन उत्पीड़न होने पर इस स्विच को दबाए, अलार्म की घंटी बजेगी और तत्काल आपको पुलिस सहायता मिलेगी।’
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और फिर उसकी हत्या की घटना के बाद से ही सरकारी अस्पतालों में महिला कर्मचारियों की सुरक्षा का मुद्दा गर्माया हुआ है। जिसके बाद इस दिशा में कदम उठाते हुए स्थानीय प्रशासन ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए ये अलार्म लगाए हैं।
इससे पहले 30 अगस्त को कलेक्टर दतिया ने मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल तथा मेडिकल के पास छात्रावास में पिंक अलार्म लगाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने बताया था कि इसके लिए QRT टीम बनाई जाएगी, जो घटना की सूचना मिलने पर 10 मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंचेगी।
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