नगर पंचायत ओबरा में घर-घर परोसा रहा दूषित पानी ,वहीं दूसरी तरफ लोगों को सता रहा है बीमारियां फैलने का डर।
राजेश तिवारी/अजित सिंह (संवाददाता)
ओबरा /सोनभद्र-नगर पंचायत ओबरा की ओर से नगरवासी को दूषित पानी परोसा जा रहा है। दूषित पानी आने से नगरवासी बेहद परेशान हैं ।इस संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि वाटर सप्लाई के समय आने वाला पानी बदबूदार व देखने में इतना गन्दा है लोग पीने से परहेज कर रहे हैं व कोई कार्य नही कर पा रहें हैं। नगर वासियों को पानी के साथ साथ बीमारियों को भी नगर पंचायत के द्वारा उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है।इसी क्रम में बताते चलें कि नगर पंचायत को ओबरा रोग मुक्त बनाने का सपना दिखाने वाले लोग नगर की जनता को दूषित पानी पिला रहे है। नगर पंचायत द्वारा नगरवासियों को अब बीमारियों की सुविधा भी दे रहा है क्योंकि वाटर सप्लाई से आने वाला पानी बदबूदार व दूषित है जिससे नगरवासी काफी परेशान है। उक्त के संबंध में भाजपा नेता वीरेंद्र मित्तल व अनमोल सहित सैकड़ो लोगों ने बताया कि यह दूषित पानी लगभग 2 महीने से लोगो को परोसा जा रहा है जिससे लोगो को बाहर से पानी का गैलेंन 20रुपए वहन कर लेना पड़ता है।जानकारी के मुताबिक पिछले एक महीने से ज्यादा नगर के अधिकांश वार्डो में वॉटर सप्लाई के रूप में नगर पंचायत ओबरा द्वारा गंदा पानी वितरित किया जा रहा है।नगर पंचायत की इस लापरवाही से नगरवासियों में आक्रोश व्याप्त है वहीं नगर वासियों में काफी आक्रोश देखा रहा है। नगर वासियों ने जल की उचित व्यवस्था किए जाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि दूषित पानी पीने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं, जैसे कि दस्त, उल्टी, पेट दर्द, हैज़ा, पोलियो, और दिमागी बुखार। . इन बीमारियों से बचने के लिए पानी पीने और घरेलू कामों के लिए सुरक्षित पानी का इस्तेमाल करना चाहिए पर नगर पंचातय ओबरा में पानी की सप्लाई पाइप लाइन के माध्यम से की जाती है। बीते 2 महीना से नगर पंचायत के पाइप लाइन से दूषित पानी की सप्लाई हो रही है।चिंता की बात यह है कि एक ओर शासन-प्रशासन द्वारा महामारी से बचने और बचाने के लिए ढाई वर्ष में करोड़ों रुपये खर्च कर जागरुकता के नाम पर खाली कर दिया जिसका प्रभाव सरकारी अमले पर नहीं दिख रहा है। घरों में दूषित पानी का उपयोग किसी भी समय लाइलाज बीमारी का कारण बन सकती है। स्थानीय नगर वासियों ने तत्काल शुद्ध पेयजल की व्यवस्था किए जाने की मांग की है।