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बर मारवाड़ क्षेत्र में डेंगू के दो और मरीज सामने आए हैं। क्षेत्र में 10 दिनों में 4 रोगी मिल चुके हैं। ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजबदू बिड़ला के अनुसार प्रारंभिक अवस्था में प्रकोप पिछले वर्ष की अपेक्षा कम है। गत वर्ष अक्टूबर के पहले सप्ताह में डेंगू पॉजिटिव रोगियों की संख्या 25 तक पहुंच चुकी थी। यहां 100 की ओपीडी में बुखार के 50 मरीज आ रहे हैं। डॉक्टर्स के अनुसार इन दिनों डेंगू संक्रमितों की प्लेटलेट्स औसतन 70 से 80 हजार हो रही है। कई केसों में 25 से 40 हजार प्लेटलेट्स काउंट आ रही है। किसी व्यक्ति को एक बार डेंगू होने पर शरीर में एंडीबॉडी बनती है।
करीब एक वर्ष में दोबारा डेंगू होने पर एंटीबॉडी व एंटीजन का रिएक्शन होने से डेंगू हेमरेजिक फीवर हो जाता है। इसमें थोड़ी से लापरवाही और इलाज में चूक से बीपी एकदम कम होने से रोगी शॉक में चला जाता है। लिवर, किडनी आदि फेल्योर का शिकार हो सकता है। डेंगू के शुरुआती लक्षणों में रोगी को तेज ठंड लगती है। लगातार तेज बुखार होता है। भूख कम लगती है। सिरदर्द, कमर दर्द, चमड़ी के नीचे लाल धब्बे और आंखों में तेज दर्द होता है। जोड़ों में दर्द, बेचैनी, उल्टी, लो ब्लड प्रेशर जैसी दिक्कत होती है।
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