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तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट की रिपोर्टों के बीच एमपी के ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग प्रसादम की भी जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रसाद के नमूने लिए हैं।
तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू प्रसादम में मिलावट विवाद के बीच एमपी के ओंकारेश्वर मंदिर में बांटे जाने वाले प्रसाद के नमूने जांच के लिए गए हैं। बता दें कि गुरुवार को ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचे एमपी के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी सभी देवालयों में बांटे जाने वाले प्रसाद की जांच की मांग उठाई थी। इसके बाद खंडवा जिला प्रशासन और खाद्य विभाग नींद से जगा और ओंकारेश्वर मंदिर में बांटे जाने वाले प्रसाद की सामग्री के नमूने लिए।
सूत्रों की मानें तो खंडवा जिले के ओंकारेश्वर मंदिर में इस्तेमाल किए जाने वाले प्रसाद की शुद्धता की जांच पड़ताल लैब में की जा रही है। इसके लिए खाद्य विभाग की टीम ने प्रसाद के सैंपल लिए हैं। साथ ही दुकानों पर बिक रहे प्रसाद की भी गुणवत्ता की जांच की जा रही है। बता दें कि ओंकारेश्वर मंदिर में हर दिन एक क्विंटल से ज्यादा लड्डू बनाए जाते हैं।
मालूम हो कि बुधवार को प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ओम्कारेश्वर पहुंचे थे। उन्होंने यहां मीडिया से बात करते हुए तिरुपति बालाजी की घटना को सनातन पर प्रहार बताया था। साथ ही देव स्थानों में बांटे जाने वाले प्रसाद के जांच की बात कही थी। इसके बाद एसडीएम के निर्देश पर घी का सैंपल खाद्य विभाग की ओर से लिया गया है।
बताया जाता है कि लिए मंदिर से बेसन, तुवर दाल, मूंग दाल, घी सहित अन्य सामग्री के सैंपल लिए गए हैं। इन नमूनों को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है। एक दिन पहले ही राजस्थान के सवाईमाधोपुर में रणथंभौर दुर्ग स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर के बाहर प्रसाद की दुकानों और गोदामों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से कार्रवाई किए जाने की घटना सामने आई थी। टीम की ओर से फफूंद लगे करीब 2000 किलो लड्डुओं को नष्ट कराया गया था।
रिपोर्ट- निशात मोहम्मद सिद्दीकी
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