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श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने वाली हरिनी अमरसूर्या का भारत से भी एक खास रिश्ता है। उन्होंने अपने कॉलेज के शुरुआती साल दिल्ली विश्वविद्यालय में बिताए हैं।
श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के रूप में हरिनी अमरसूर्या ने मंगलवार को शपथ ली। इसके साथ ही वह साल 2000 में सिरीमावो भंडारनायके के बाद यह पद ग्रहण करने वाली दूसरी महिला नेता बन गईं हैं। प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या का भारत से भी एक खास रिश्ता है। 54 वर्षीय शिक्षाविद से राजनेता बनीं हरिनी अमरसूर्या ने अपने कॉलेज के शुरुआती साल दिल्ली विश्वविद्यालय में बिताए हैं।
हरिनी ने 1990 के दशक की शुरुआत में प्रतिष्ठित हिंदू कॉलेज से पढ़ाई की थी। उन्होंने 1991 से 1994 तक दिल्ली विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की। हिंदू कॉलेज की प्रिंसिपल अंजू श्रीवास्तव ने कॉलेज की प्रतिष्ठित पूर्व छात्रा हरिनी अमरसूर्या पर गर्व व्यक्त किया।
हिंदू कॉलेज की प्रिंसिपल अंजू श्रीवास्तव ने कहा- यह सम्मान की बात है कि कॉलेज की एक छात्रा श्रीलंका की प्रधानमंत्री बन गई है। हरिनी 1991 से 1994 तक समाजशास्त्र की छात्रा थीं। हमें उनकी उपलब्धियों पर बेहद गर्व है। मुझे उम्मीद है कि हिंदू कॉलेज में बिताए गए समय ने उनको इस मुकाम तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई होगी।
अंजू श्रीवास्तव ने कहा- हिंदू कॉलेज के छात्रों की सरकार में रहने की एक लंबी परंपरा है। हरिनी की नियुक्ति कॉलेज के गौरवशाली इतिहास में एक और मील का पत्थर है। वहीं हरिनी के बैचमेट नलिन राजन सिंह, जो एक बॉलीवुड निर्देशक हैं, ने अमरसूर्या के साथ अपने छात्र जीवन के दिनों को याद किया। उन्होंने कहा- मुझे उनकी थोड़ी-बहुत याद है, लेकिन वह कॉलेज के डिबेट्स में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती थीं।
नलिन राजन सिंह (जो उस समय हिंदू कॉलेज के स्टूडेंट हॉस्टल के अध्यक्ष थे) ने कहा- यह 90 का दशक था। हममें से बहुत से लोग (इम्तियाज अली और अर्नब गोस्वामी जैसे) अपनी पहचान बनाने लगे थे। हरिनी अमरसूर्या का प्रधानमंत्री बनते देखना अद्भुत है। नलिन राजन सिंह का यह भी मानना है कि हरिनी अमरसूर्या की नई भूमिका भारत और श्रीलंका के बीच संबंधों में मजबूती लाएगी।
एनपीपी यानी नेशनल पीपुल्स पावर की हरिनी अमरसूर्या को राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने शपथ दिलाई। हरिनी अमरसूर्या को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, उद्योग, न्याय, शिक्षा, श्रम, स्वास्थ्य और निवेश मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हरिनी ने प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने की जगह ली है, जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि अनुरा कुमारा दिसानायकेने रविवार को श्रीलंका के नौवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी।
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