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दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद हरियाणा विधानसभा चुनाव में मोर्चा संभालने वाले अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि जेल में उन्हें तरह-तरह की यातनाएं दीं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें तोड़ने और झुकाने के लिए काफी कोशिशें की गईं। केजरीवाल हरियाणा के जगाधरी में पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में रोड शो के दौरान बोल रहे थे।
केजरीवाल ने भाजपा और केंद्र सरकार पर हमलावर रुख अपनाते हुए कहा, ‘इन्होंने मुझे जेल में डाल दिया था। पांच महीने जेल में रहा। झूठा फर्जी केस करके। सीधा जेल से आप लोगों के बीच आ रहा हूं। इन्होंने बड़ी कोशिश की जेल में मुझे तोड़ने की। तरह-तरह से यातनाएं दी। इनका मकसद था कि किसी तरह केजरीवाल को झुका दो। जो सामान्य मुजरिम होते हैं उनको जो सुविधाएं दी जाती हैं वो भी नहीं दीं। कई दिनों तक तो दवाएं नहीं दीं, पता नहीं क्या करना चाहते थे मेरे साथ।’
केजरीवाल ने कहा, ‘ये मुझे तोड़ना चाहते थे लेकिन इन्हें नहीं पता मैं हरियाणा का हूं। मेरी रगों में हरियाणा का खून है। तुम किसी को भी तोड़ सकते हो, हरियाणा वाले को नहीं तोड़ सकते। इन्होंने मुझे जेल भेजा इसका बदला हरियाणा का बच्चा-बच्चा लेगा।’ गौरतलब है कि केजरीवाल को कथित शराब घोटाले के आरोप में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद वह जेल से बाहर निकले हैं।
केजरीवाल ने कहा कि वह जेल में थे तो उनके विधायकों खरीदने की कोशिश की गई। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा, ‘इनके विधायक खरीद सरकार गिरा देंगे। पंजाब में सरकार गिरा देंगे। एक विधायक नहीं टूटा हमारा। विधायक तो छोड़ो एक कार्यकर्ता नहीं खरीद पाए हमारा। इतनी ईमानदार पार्टी है हमारी। मैं अभी जेल से लौटा चाहता थो बड़े आराम से मुख्यमंत्री के कुर्सी पर बैठ सकता था, लेकिन मैंने कहा कि नहीं भगवान राम जब 14 साल के वनवास के बाद लौटे थे तो माता सीता ने अग्निपरीक्षा दी थी। मैं भी अग्निपरीक्षा दूंगा।’ केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने दिल्ली की जनता से कहा है कि यदि वह ईमानदार मानते हैं तो वोट दें नहीं तो ना दें।
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