[ad_1]
भाजपा नेता ने बेगुनाहों को जेल भिजवाने के लिए खुद पर हमले की साजिश रची। उसने एक कंपाउंडर से मिलकर अपने पीठ पर चीरा लगावाकर गोली रखवा दी थी। जिसे चिकित्सकों ने मेडिकल में गोली मारने की पुष्टि कर दी। जब खुलासा हुआ तो मेडिकल करने वाले डाॅक्टरों पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
संभल पुलिस गश्त के दौरान
– फोटो : संवाद
विस्तार
चंदाैसी में भाजपा नेता की साजिश की पोल खुलने के बाद उनका मेडिकल करने वाले डाॅक्टर सवालों के घेरे में हैं। प्रेमपाल सिंह ने गोली को अपने शरीर में अलग से रखवाया था। इसके लिए निजी अस्पताल के कंपाउंडर ने मदद की थी।
अब सवाल उठता है कि जब मेडिकल किया गया तो चिकित्सक को यह अंदाज नहीं हुआ कि गोली ने शरीर चीरा है या ब्लेड से शरीर में घाव किया गया है। यह सवाल सभी के मन में उठ रहा है। माना जा रहा है कि लालच के चलते रिपोर्ट को सही कर दिया गया या फिर चिकित्सक ने मेडिकल करने की जहमत ही नहीं उठाई।
वार्ड ब्याय व अन्य स्टाफ से ही खानापूर्ति कराई गई। त्रिवेणी देवी का कहना है कि मेडिकल करने वाले चिकित्सक की भी जांच होनी चाहिए। उधर, बेगुनाहों का कहना है कि पुलिस अधिकारी की भी जांच होनी चाहिए। जिन्होंने उनकी पिटाई की थी।
[ad_2]
Source link