[ad_1]
दुनियाभर में क्रिसमस का त्योहार 25 दिसंबर को मनाया जाता है, लेकिन वेनेजुएला के तानाशाह निकोलस मादुरो को सितंबर के महीने में ही क्रिसमस वाली फीलिंग आने लगी है. शायद यही वजह है कि उन्होंने 1 अक्टूबर से ही उत्सव का एलान कर दिया है.
मादुरो ने सोमवार को अपने साप्ताहिक टीवी शो में अपने दर्शकों को खुश करने के मकसद से कहा, ‘सितंबर में क्रिसमस की खुशबू आ रही है! इस साल और आप सभी का सम्मान करने के लिए, आप सभी को धन्यवाद देने के लिए, मैं 1 अक्टूबर से क्रिसमस की शुरुआत करने जा रहा हूं. क्रिसमस सभी के लिए शांति, खुशी और सुरक्षा के साथ आया है.’
राष्ट्रपति चुनाव के बाद आंदोलन के आग में जल रहा देश
मादुरो का यह आदेश कोई पहला नहीं, इससे पहले भी वह कई ऐसे अटपटे ऐलान कर चुके हैं. हालांकि इसकी टाइमिंग ने कई जानकारों को हैरान कर दिया. दरअसल वक्त से पहले क्रिसमस का ऐलान ऐसे समय में आया है, जब वेनेजुएला में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर सवाल उठ रहे हैं. वेनेजुएला की चुनावी परिषद और उसके शीर्ष न्यायालय ने 2013 से सत्ता पर काबिज राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को 28 जुलाई के चुनाव का विजेता घोषित किया है, लेकिन उसने मतदान के पूरे आंकड़े जारी नहीं किए हैं. वहीं विपक्ष ने अपने उम्मीदवार एडमंडो गोंजालेज की भारी जीत दिखाते हुए अपने खुद के आंकड़े प्रकाशित किए हैं.
27 लोगों की मौत, 2400 गिरफ्तार
ऐसे में विपक्षी नेता चुनाव नतीजों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सड़कों पर उतर आए. चुनाव के बाद हुए इन विरोध प्रदर्शनों में करीब 27 लोग मारे गए और 2,400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया. वेनेजुएला सरकार ने इन मौतों के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि विरोधियों ने सरकार पर दमनकारी अभियान चलाने का आरोप लगाया है.
वहीं मादुरो जब 1 अक्टूबर से क्रिसमस का ऐलान कर रहे थे, उससे कुछ घंटे ही पहले वेनेजुएला के अधिकारियों ने उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी और विपक्षी नेता एडमंडो गोंजालेज के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया, जिसमें उन पर ‘आतंकवाद से जुड़े अपराध’ का आरोप लगाया गया है.
Tags: Merry Christmas, World news
FIRST PUBLISHED : September 4, 2024, 08:16 IST
[ad_2]
Source link