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रिश्वत प्रकरण में फरार चल रहे फरीदपुर इंस्पेक्टर रामसेवक ने दो मुकदमे दर्ज होने के बाद अपने ऊपर हो रही कार्रवाई को गलत बताया है। उसने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर उसके खिलाफ दर्ज मुकदमे को खत्म करने की अपील की है। इधर, पुलिस अब तक उसका सुराग नहीं लगा पाई है। अब उसकी तलाश में तीन इंस्पेक्टर समेत सात पुलिसकर्मियों की टीम लगाई गई है।
बरेली के फरीदपुर थाना क्षेत्र में पुलिस ने 21 अगस्त की रात स्मैक तस्कर आलम, नियाज अहमद व अशनूर को गिरफ्तार किया था। फरीदपुर इंस्पेक्टर रामसेवक ने सात लाख रुपये लेकर आलम व नियाज को छोड़ दिया। एसपी दक्षिणी मानुष पारीक व सीओ ने इंस्पेक्टर के आवास पर छापा मारा तो आवास से नौ लाख 85 हजार रुपये बरामद किए। इंस्पेक्टर रामसेवक बावर्दी सरकारी पिस्टल, दस कारतूस व मैगजीन लेकर मौके से फरार हो गया।
सीओ ने फरार इंस्पेक्टर के खिलाफ रिश्वत लेने पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। रामसेवक के खिलाफ फरीदपुर थाने में 30 अगस्त को दूसरा मुकदमा हेड मोहर्रिर राम बहादुर सिंह ने सरकारी पिस्टल, दस कारतूस व मैगजीन ले जाने का दर्ज कराया है। 22 अगस्त को फरीदपुर थाने में दर्ज मुकदमे को चुनौती देते हुए इंस्पेक्टर रामसेवक ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
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