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राजस्थान में दूदू में स्थित एक नदी में बाढ़ आ जाने के कारण एक सरकारी स्कूल में लगभग 42 छात्र फंस गए। यह नदी उनके स्कूल को गांव से जोड़ने वाले पुल के नीचे से बहती है, लेकिन गुरुवार दोपहर बाद पुल के ऊपर से बहने लगी। जिसके चलते 15 अगस्त को स्कूल पहुंचे कम से कम 42 छात्र अपने स्कूल में फंस गए। करीब 27 घंटे तक फंसे रहने के बाद प्रशासन ने SDRF की मदद से वहां फंसे स्कूली बच्चों और कर्मचारियों को बचाया।
यह मामला फागी के समेलिया गांव का है, जहां पर स्थित एकमात्र पुल के ऊपर से मासी नदी बहने लगी। ऐसे में स्कूल में मौजूद 40 से ज्यादा बच्चे फंस गए। जिसके बाद गुरुवार से उन बच्चों के लिए स्थानीय ग्रामीणों ने खुद ही भोजन और बिस्तर का इंतजाम किया।
स्कूल में फंसे बच्चों में से एक के पिता अंबालाल बहिरो ने कहा, ‘…आने-जाने का कोई दूसरा रास्ता नहीं है… 42 छात्र और आठ कर्मचारी स्कूल में फंसे हुए हैं… गांव वालों ने छात्रों के लिए भोजन और बिस्तर का इंतजाम किया है… प्रशासन की ओर से अभी तक कोई भी व्यक्ति हमारे पास नहीं पहुंचा है… मैंने कल रात एसडीएम से बात की, जिसके बाद से उनसे संपर्क नहीं हो पाया है। कोई बचाव दल नहीं भेजा गया है… बच्चे पिछले 27 घंटों से फंसे हुए हैं। जब मैंने अपनी बेटी से बात की तो वह रोने लगी।’
वहीं इस बारे में ADM गोपाल परिहार ने कहा, ‘कल स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए बच्चे स्कूल आए थे। उस समय पानी का बहाव कम था। कार्यक्रम के बाद बहाव बढ़ गया। हमने बिना कोई जोखिम उठाए बच्चों को अभिभावकों से बात कर उन्हें उनके रिश्तेदारों के पास रुकवा दिया। आज उन बच्चों के टोंक के भीतरी गांवों से होते हुए कच्चे रास्ते से SDRF की बस से हम उनको घर पहुंचा रहे हैं।’
गुरुवार सुबह तक के मौसम के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में दौसा, सीकर, नागौर और जोधपुर जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई, जबकि जयपुर जिले में कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश हुई। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि 17 अगस्त से राज्य में भारी बारिश की गतिविधि कम होने की संभावना है।
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