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Russia Ukraine War: 24 फरवरी 2022 को शुरू हुए रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में यूक्रेन अब रूस पर भारी पड़ने लगा है. यूक्रेनी सेना ने रूस के कुर्स्क इलाके के सुदजा शहर पर कब्जा कर लिया है. इस बात की पुष्टि खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने की. उन्होंने कहा कि सेना रूस के इलाके में घुस चुकी है और कुर्स्क इलाके के सुदजा शहर पर कब्जा कर लिया है.
उन्होंने ये भी कहा कि सुदजा में यूकेन का सैन्य कमांडर ऑफिस स्थापित किया जा रहा है. यह शहर यूक्रेन के अब तक के कब्जा किए गए सबसे बड़े शहरों में से एक है जिसकी आबादी युद्ध से पहले लगभग 5 हजार थी. इससे पहले यूक्रेन ने रूस के 4 सैन्य हवाई अड्डों पर ड्रोन से हमला किया था. इससे पता चलता है कि यूक्रेन के हौसले बुलंद हैं. कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि सेना रूस के अंदर 1 हजार किलोमीटर तक घुस चुकी है.
ब्रिटिश रोबोट कर रहे यूक्रेन की मदद?
जर्मनी के प्रमुख मीडिया आउटलेट बिल्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन की सशस्त्र सेना (एएफयू) ने ब्रिटिश फर्म ब्रिट अलायंस के बनाए गए बीएडी.2 मॉडल रोबोट कुत्तों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. ये रोबोट यूनिट्स यूक्रेन की सैन्य रणनीति में असरदार साबित हो रही हैं, जो रूसी सेना के लिए एक नई चुनौती पेश कर रही हैं.
क्या है ये रोबोट डॉग्स?
BAD.2 रोबोट डॉग कॉम्पैक्ट ग्राउंड ड्रोन हैं, जिनमें हाई-डेफिनेशन वीडियो कैमरे लगे हैं. इन्हें खास तौर से टोही अभियानों के लिए डिजाइन किया गया है. वे बिना किसी जोखिम के जंग के मैदान में उतकर विरोधियों की पूरी निगरानी कर सकते हैं. 15 किमी/घंटा तक की स्पीड वाला ये रोबोट खाइयों, जंगली क्षेत्रों और अन्य कठिन भूभागों से होकर गुजर सकते हैं. जहां पहुंचने में पारंपरिक मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) को कठिनाई होती है.
रोबोट डॉग्स इन इलाकों में खुफिया जानकारी इकट्ठा कर सकते हैं और इसलिए ये खूबी इन्हें अमूल्य बनाती है जो सैनिकों के लिए खतरनाक है. घने झाड़-झंखाड़ और छिपे हुए स्थानों के बीच से पैंतरेबाजी करने की उनकी क्षमता उन्हें उन इलाकों से महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा करने के लिए बेहतर बनाती है जहां ड्रोन या सैनिकों के लिए पहुंचना मुश्किल है.
कितने रोबोट डॉग्स का इस्तेमाल कर रही यूक्रेनी सेना
रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से 30 से ज्यादा रोबोट डॉग्स मौजूदा समय में यूक्रेनी सेना के उपयोग में हैं. हर रोबोटिक डॉग की कीमत 3 लाख 70 हजार रुपये से लेकर 7 लाख 40 हजार रुपये के बीच है. रूसी सेना के संभावित पता लगाने से बचने के लिए, यूक्रेनी सेना ने इन रोबोटों को जर्मन निर्मित एंटी-थर्मल छलावरण टेक्नोलॉजी से सुसज्जित किया है, जिससे इन्हें छिपने में मदद मिलती है.
यूक्रेन के सैन्य अभियानों में रोबोट कुत्तों का इस्तेमाल पहली बार नहीं हुआ है. जून 2022 में अमेरिकी सेना ने घोषणा की थी कि वह कीव को दो रोबोट कुत्ते मुहैया कराएगी, जिन्हें खदानों को साफ करने और अन्य प्रकार के आयुधों के प्रबंधन में सहायता के लिए डिजाइन किया गया है.
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