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नोट… इंट्रो में अतिरिक्त निदेशक के नेतृत्व में 25 सदस्यीय टीम की बात जोड़़ी गई है। शब्द : 696
– जांच के लिए सीबीआई अधिकारियों के तीन समूह बनाए गए
– सीबीआई की टीम में स्वास्थ्य और फॉरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल
कोलकाता/नई दिल्ली, एजेंसी।
सीबीआई ने पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले की जांच बुधवार को शुरू कर दी। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक के नेतृत्व में 25 सदस्यीय टीम में स्वास्थ्य और फॉरेंसिक विशेषज्ञों को भी शामिल किया गया है। विशेष जांच टीम ने अस्पताल के सेमिनार हॉल का दौरा किया जहां बीती नौ अगस्त को प्रशिक्षु चिकित्सक का शव बरामद हुआ था। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मंगलवार को जांच सीबीआई को सौंपी थी।
केंद्रीय एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के लिए सीबीआई अधिकारियों के तीन समूह बनाए गए हैं। एक समूह आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का दौरा करेगा और गवाहों तथा उस रात ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों से बातचीत करेगा। दूसरा समूह गिरफ्तार स्वयंसेवक को मेडिकल परीक्षण के बाद स्थानीय अदालत ले जाएगा और उसकी हिरासत की याचिका दायर करेगा। जबकि तीसरा समूह जांच कर रहे कोलकाता पुलिस के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करेगा।
सीबीआई से जुड़े सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने चिकित्सक के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या के संबंध में नई दिल्ली में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। एक अन्य सूत्र ने बताया कि अधिकारी पीड़ित महिला चिकित्सक और उस दिन ड्यूटी पर मौजूद लोगों के फोन विवरण जुटाएंगे। वह स्थानीय अदालत में प्राथमिकी दाखिल कर सकते हैं। कोलकाता पुलिस ने मामले के सिलसिले में गिरफ्तार संजय रॉय को राजकीय एसएसकेएम अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराने के बाद सीबीआई के हवाले कर दिया।
प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से मिलेंगे आईएमए के अधिकारी :
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरवी अशोकन और महासचिव अनिल कुमार जे नायक मंगलवार रात कोलकाता पहुंचे। सूत्रों ने बताया कि वे आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में आंदोलनकारी डॉक्टरों से बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा, बाद में वे मृतका के माता-पिता से उनके पानीहाटी स्थित आवास पर मिल सकते हैं।
भाजपा ने ममता बनर्जी का इस्तीफा मांगा :
प्रशिक्षु चिकित्सक से दरिंदगी के बाद हत्या मामले में भाजपा ने बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर पीड़िता की बजाय आरोपियों का पक्ष लेने का आरोप लगाया। साथ ही उनके इस्तीफे की मांग की। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दावा किया कि अगर ममता बनर्जी मुख्यमंत्री बनी रहती हैं तो राज्य में कोई भी महिला सुरक्षित महसूस नहीं करेगी। उन्होंने कहा, ममता बनर्जी ने अपनी नैतिक जिम्मेदारी नहीं निभाई। आपको तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि सीबीआई पूरी जांच सुनिश्चित करेगी। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सबूत नष्ट करने और आरोपियों को बचाने की कोशिश की गई। उन्होंने संदेशखालि मामले का भी जिक्र किया जिसमें तृणमूल कांग्रेस का एक स्थानीय मजबूत नेता मुख्य आरोपी था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस मामले में भी आरोपी को बचाने की कोशिश की और अदालत द्वारा सीबीआई को जांच सौंपे जाने के बाद ही उनके खिलाफ कार्रवाई की गई।
तृणमूल सांसद सुखेंदु शेखर रॉय धरना देंगे
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने घटना की बुधवार को निंदा की। घटना के विरोध में पश्चिम बंगाल में महिलाएं आधी रात को सड़कों पर उतरेंगी। रॉय ने कहा, मैं शाम पांच बजे से रात नौ बजे तक धरने पर बैठूंगा, ताकि घटना को लेकर विरोध दर्ज करा सकूं और उन महिलाओं के साथ एकजुटता प्रदर्शित कर सकूं, जो आज रात सड़कों पर उतरेंगी। अपनी उम्र के कारण मैं आधी रात को प्रदर्शन में उनके साथ शामिल नहीं हो पाऊंगा, लेकिन मैं उनके प्रति पूर्ण समर्थन व्यक्त करता हूं।
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रात में सुनसान जगहों से दूर रहने संबंधी परामर्श वापस लिया
गुवाहाटी, एजेंसी।
असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज ने महिला चिकित्सकों और कर्मचारियों के लिए जारी उस परामर्श को बुधवार को रद्द कर दिया, जिसमें उन्हें सुनसान जगहों पर अकेले जाने से बचने की सलाह दी गई थी। मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं मुख्य अधीक्षक डॉ. भास्कर गुप्ता ने कोलकाता की घटना के बाद यह परामर्श जारी किया था। उन्होंने कहा, अस्पताल में सुरक्षा उपाय बढ़ाने की मांग कर रहे छात्रों के विरोध के बाद इस परामर्श को रद्द कर दिया गया है।
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