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Sajeeb Wazed Joy : बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने अमेरिका से एक वीडियो वायरल किया है, जिसमें वह प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते नजर आ रहे हैं.
वीडियो संदेश में शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने कहा कि मेरी मां (शेख हसीना) की जान बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की त्वरित कार्रवाई के लिए मेरा व्यक्तिगत आभार है. मैं उनका हमेशा आभारी रहूंगा. उन्होंने कहा, मेरा दूसरा संदेश यह है कि भारत को दुनिया में नेतृत्व की भूमिका निभानी चाहिए और अन्य विदेशी शक्तियों को स्थिति को नियंत्रित करने नहीं देना चाहिए. जॉय ने कहा कि क्योंकि बांग्लादेश भारत का पड़ोसी है. यह भारत का पूर्वी भाग है. हमारी सरकार ने बांग्लादेश में शांति बनाए रखी थी. यह एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है, जिसे कोई भी नकार नहीं सकता कि शेख हसीना की सरकार ने बांग्लादेश में शांति बनाए रखी है. आर्थिक विकास को बनाए रखा और देश में बढ़ते उग्रवाद को भी रोका है. हम एकमात्र सरकार हैं, जिसने साबित किया है कि हम यह कर सकते हैं. अन्य सरकारों ने कोशिश की है। वे विफल रही हैं.
#WATCH | Washington, DC: Former Bangladesh PM Sheikh Hasina’s son, Sajeeb Wazed Joy says, “My message to the government of India, is my personal gratitude to Prime Minister Modi for his government’s quick action in saving my mother’s life. I am eternally grateful. My second… pic.twitter.com/luXYynELey
— ANI (@ANI) August 9, 2024
वीजा रद्द की बात को किया खारिज
वहीं, सजीब ने वीजा रद्द होने की मीडिया रिपोर्ट को भी खारिज करते हुए कहा कि किसी ने भी अवामी लीग नेता का वीजा रद्द नहीं किया है और न ही उन्होंने कहीं भी राजनीतिक शरण मांगी. शेख हसीना के बेटे ने कहा, किसी ने भी उनका वीजा रद्द नहीं किया है. उन्होंने कहीं भी राजनीतिक शरण के लिए आवेदन नहीं किया है. ये सब अफवाहें हैं. हालांकि, उन्होंने शेख हसीना की जान बचाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का आभार भी व्यक्त किया.
बांग्लादेश में नई सरकार असंवैधानिक
बांग्लादेश में गुरुवार को अंतरिम सरकार ने शपथ ली. मोहम्मद युनूस के नेतृत्व में सरकार बनाई गई है, जिसे शेख हसीना के बेटे ने असंवैधानिक करार दिया है, क्योंकि बांग्लादेशी संविधान में कहा गया है कि एक गैर-निर्वाचित सरकार सत्ता में नहीं रह सकती. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान कहता है कि एक गैर-निर्वाचित सरकार एक मिनट के लिए भी देश नहीं चला सकती, इसलिए बांग्लादेश में कोई लोकतंत्र नहीं है. जिस दिन संसद भंग होती है, उसके 90 दिनों के भीतर नए चुनाव होने चाहिए, यही नियम कहता है.
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