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चकराघाट और पुराने बस स्टैंड को जोड़ने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर पर कोतवाली क्षेत्र के आसपास के रहवासियों और यहां से आने-जाने वाले वाहनों को चकराघाट की ओर सड़क पर खड़ा किया जा रहा है। जिसके कारण यहां से गुज़रने वाले लोगों को खासी समस्याओं का सामना करना पड
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स्कूल बसों की आवाजाही से हमेशा लगता है जाम
दोपहर में स्कूलों की छुट्टी के समय बड़ा बाज़ार, कोतवाली, भीतर बाज़ार और परकोटा पर बड़ी स्कूल बसों के फंसने से घंटों तक जाम की स्थिति बनी रहती है। साथ ही ऑटो चालकों का जगह-जगह ऑटो खड़ा कर सावरी बैठाना और दुकानों के सामने मोटरसाइकिल आदि खड़ी करना भी ट्रैफिक जाम होने का मुख्य कारण है।
अस्त-व्यस्त ट्रैफिक और जाम की समस्या आम : शहर के मुख्य मार्गों पर अतिक्रमण और नो-पार्किंग में वाहनों के खड़े होने के कारण यहां की सड़कों से निकलने वाले अन्य वाहनों और पैदल जा रहे लोगों को काफी समस्या होती है। आए दिन शहर में जहां-तहां जाम के हालात बनते है।
सावन माह में झूलों और रक्षाबंधन के कारण बढ़ेगा ट्रैफिक का दबाव
इस माह त्योहारों के चलते बाजार में ट्रैफिक का दबाव और अधिक बढ़ेगा। 7 अगस्त को हरियाली तीज पर शहर के मिनी वृंदावन कहे जाने वाले बड़ा बाज़ार के सभी मंदिरों में झूले डाले जाएंगे, जिन्हें देखने बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां स्थित मंदिरों में पहुंचेगें। वहीं 15 अगस्त के बाद रक्षाबंधन के चलते कटरा और बड़ा बाजार क्षेत्र में राखी-रुमाल आदि की दुकानें लग जाएंगी। जिसकी खरीदारी करने बाजार में खासी भीड़ रहेगी। इन प्रमुख बाजारों में ट्रैफिक का दबाव बढ़ेगा, जिसके लिए प्रशासन और यातायात पुलिस को आवागमन सुलभ करने के लिए यातायात व्यवस्था को सुचारू करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
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