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फ़रीदाबाद में महिला एवं बाल विकास विभाग राज्यमंत्री असीम गोयल ने कहा कि महिलाएं सृष्टि की ऊर्जा और रचनाकार हैं। समाज को चलाने वाली महिलाएं हैं। फिर इस ऊर्जा को कमजोर कैसे सोचा जा सकता है। गोयल ने कहा कि जिस ऊर्जा के साथ सृष्टि चलाने वाली महिलाओं को न्याय देने लिए अलग अलग महिला थाने और महिला आयोग की जरूरत पड़े तो हमारे लिए सवाल खड़े करता है। हमारे समाज को इस बारे में सोचना होगा। गोयल यहां सूरजकुंड के होटल राजहंस में हरियाणा राज्य महिला आयोग द्वारा आयोजित ऊर्जा की उड़ान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने आए थे। ईश्वर के बाद महिलाएं ही सृष्टि की सृजन कर्ता परिवहन राज्यमंत्री मंत्री ने कहा कि ईश्वर के बाद महिलाएं ही इस सृष्टि की सृजन कर्ता हैं। इसलिए वह पूजनीय हैं। महिला ही ऐसी ऊर्जा है जो हमें जन्म देकर जीवन जीने लायक बनाती हैं। इसलिए समाज को इन्हें कभी कमजोर समझने की भूल नहीं करनी चाहिए। इनकी सुरक्षा और सम्मान की जिम्मेदारी हमारी है। कार्यक्रम में आयोग की ओर से दिव्यांग महिलाओं, ट्रांसजेंडर्स और शोषित महिलाओं का फैशन शो का भी आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में दिव्यांग महिलाएं रैम्प करती नजर आई। राज्यमंत्री मंत्री ने सुनाई कविता इस दौरान कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। राज्यमंत्री मंत्री ने दिव्यांग महिलाओं, व ट्रांसजेंडर्स की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि उन्हें कभी अपने जीवन में वेवशी महसूस नहीं करनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने कविता सुनाते हुए कहा कि ये मीरा की अमर भक्ति है कभी मर नहीं सकती,ये झांसी की रानी है कभी डर नहीं सकती। गीता फौगाट, बबिता फौगाट, मनुभाकर ये सब बेटियां हैं, कौन कहता है कि बेटियां कुछ कर नहीं सकती।
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